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लोकेंद्र दत्त जोशी की कलम से।
डा श्याम विजय का घनसाली के चमियाला क्षेत्र में आवागमन पर दिनांक 24 मई 2024 को इंद्रमणी बडोनी कला एवं साहित्य मंच के द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया।
उत्तराखण्ड राज्य में चिकत्सा क्षेत्र में डा.श्याम विजय कोई अपर्चित नाम नहीं है। खास कर भिलंगना बिकास खण्ड में यह नाम हर घर में बीमार व्यक्तियों के इलाज करने का बड़ा आदर्श नाम है। जो आज की चिकित्सा सेवा में संदेह को तोड़ता हुआ, विश्वास के साथ सस्ता और सुलभ उपचार का नाम है। जिसमें जीवन बचाने का हर संघर्ष डा के द्वारा किया जाने का बड़ा नाम और काम है। डॉ श्याम विजय पिलखी में होने की पुष्टि होने पर मरीज या उसका तामीरदार किसी भी बड़े संकट में बिना धन के घर से निकल कर स्वस्थ होने की पूरी उम्मीद के साथ चल पड़ता।
डा.श्याम विजय एक व्यक्ति ही नहीं, बल्कि प्रेम और दया की प्रतिमूर्ति है ,जिन्होने पूरे 20 वर्षों से अधिक समय तक उत्तराखंड राज्य के सबसे बड़े और अतिदुर्गम
बिकास खण्ड भिलंगना जनपद टिहरी गढ़वाल में चिकत्सा सुविधाओं के घोर अभाव में देवदूत बन कर अपनी अतुलनीय सेवाएं दी। और मरीजों को कठिन से कठिन समय में सस्ता और सुलभ उपचार देकर लोगों को जीवन दिया।
वह नव जवान 20 वर्षों की लम्बे अन्तराल में कई बार अनेक ट्रांसफर भी हुए लेकिन जनता के दबाव में उनके प्रतिनिधियों के द्वारा रुकवाया गाया। और जनता को बेहतर सेवाएं देने पर राज्य के मुख्यमंत्रियों सहित विभिन्न राजनैतिक और सामाजिक मंचों के द्वारा उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।
आपको बताते चलें कि, डा.श्याम विजय वर्तमान समय में पिलखी से पदोन्नति पा कर चिकित्सा निदेशालय में सेवारत हैं। जहां से उनकी सेवाएं क्षेत्र वासियों के हित में समर्पित रह कर स्वागत योग्य है।
शुक्रवार को डा.श्याम विजय जी की निजी यात्रा पर घनसाली के चमियाला आने की ख़बर पर, इंद्रमणी बडोनी कला एवं साहित्य मंच घनसाली के साथी उनके कैम्प कार्यालय प्रार्थमिक स्वास्थ्य केन्द्र पिलखी में सौहार्द पूर्ण वातावरण में मुलाकात कर उन्हें फूल मालाएं पहनाई और अंग वस्त्र भेंट कर, सादगी और इमानदारी की मिशाल रहे पहाड़ के गांधी इंद्रमणी बडोनी का चित्र सम्मान स्वरूप भेंट किया। साथ ही डॉ. श्याम विजय के सहयोगी की भूमिका में रहे चीफ फार्मासिस्ट हेम सिंह रावत जी को भी मंच के द्वारा फूल माला पहना कर सम्मानित किया गया।
शाम का समय होने से स्टाफ के अन्य सहयोगियों से भेंट तो न हो सकी किन्तु उनकी पूरी टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं संप्रेषित की गई।
इस अवसर पर साथ में रहे इंद्रमणी बडोनी कला एवं साहित्य मंच के मेरे आदरणीय सहयोगी एवं मंच के संयोजक अपनी दुध बोली के ख्यातिलब्ध कवि बेली राम कंसवाल जी, उपाध्यक्ष शिक्षक आर.बी.सिंह जी, महासचिव विनोद शाह जी एवं मीडिया सलाहकार शिक्षक बॉबी प्रकाश श्रीवाल जी भी सामिल रहे। मंच के माध्यम से डा श्याम विजय जी को स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की मंगलमय कामनाओं के साथ उनके अग्र अग्रोत्तर पदोन्नति की शुभकामना भी दी गई।
लेखक - लोकेंद्र दत्त जोशी , राज्यलोकेंद्र दत्त जोशी की कलम से।
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