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घनसाली:- घनसाली बाजार में गुरुवार को अंकिता भंडारी हत्याकांड की तीसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। लोगों ने दीप प्रज्वलित कर व पुष्प अर्पित कर अंकिता को याद किया। इस अवसर पर वक्त...




रिटर्निंग ऑफिसर को "निर्णय" पर रिव्यु का अधिकार नहीं फिर भी खुद किया नामांकन रद्द.
विपक्ष के नामांकन रद्द करने वाले रिटर्निंग ऑफिसर ने बचाया सत्ताधारियों को.
साभार:- वरिष्ठ पत्रकार गजेंद्र रावत की वाल से
जिला पंचायत चुनाव में भी अपने को कट्टर कांग्रेसी कहने वाले कांग्रेस मुक्त भारत अभियान को लेकर बहुत गंभीर है और पूरी ताकत झोंके हुए हैं मतलब जबरदस्त तरीके से खुलेआम कांग्रेस के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैँ.कांग्रेसियों की इस गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि टिहरी जनपद की 45 सीटों में से कांग्रेस के सिर्फ 29 प्रत्याशी मैदान में है.आज शाम तक कुछ और "कांग्रेस मुक्त भारत अभियान" में शामिल हो जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए. अपने को कट्टर कांग्रेसी बताने वाले कुछ कांग्रेसी दरवाजे पर कुंडी लगाकर रजाई ओढ़कर फेसबुक पर लिख रहे लोकतंत्र की हत्या हो गईं. टिहरी जनपद में कांग्रेस की इस दुर्गति को देखकर अब लोगों को दया भी नहीं आ रही . जनपद की 6 विधानसभा में से सिर्फ प्रताप नगर में कांग्रेस के विधायक विक्रम सिंह नेगी विधायक है.बाकी पांच पर कांग्रेसी "कांग्रेस मुक्त भारत अभियान" मे लगे हैँ. जिला पंचायत चुनाव में भाजपा से मिले कांग्रेसियों ने कांग्रेस को निपटाने के लिए जो रणनीति बनाई है वह कारगर साबित होती दिख रही है.
भुतसी सीट से सीता देवी का नामांकन नो ड्यूस होते हुए भी खारिज किया गया उनके साथ जिरह करने के लिए एक भी कांग्रेसी वकील बाहर नहीं निकला और स्वीकृति नामांकन को अस्वीकृत कर दिया गया. पंचायती राज कानून में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है की कोई भी रिटर्निंग ऑफिसर अपने द्वारा दिए गए निर्णय को रिव्यू नहीं कर सकता इसके बावजूद सीता देवी वाले मसले में रिटर्निंग ऑफिसर ने रिव्यू किया और नामांकन को खारिज कर दिया. कट्टर कांग्रेसी जिन्होंने भाजपा के खिलाफ लड़ने से साफ मना कर दिया नई टिहरी मे मच्छी भात सपोड़ने मे व्यस्त रहे कोई सीता देवी के साथ जिला पंचायत दफ़्तर नहीं गया.इससे दो कदम आगे कांग्रेस ने कुछ महीने पहले घनसाली नगर पालिका में जिस व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया उसने उसने भाजपा की सोना सजवाण को निर्विरोध जिताने के लिए तब याचिका डाल दी जबकि वह याचिका लगाने के लिए कैपेबल ही नहीं था कानूनन उसकी याचिका सुनी ही नहीं जा सकती थी यहाँ से भी कट्टर कांग्रेसी गायब रहे.
पंचायत चुनाव में याचिका सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र का मतदाता लगा सकता है जबकि कांग्रेस के शंकरपाल सजवाण आज की तारीख में भी नगर पालिका घनसाली के मतदाता है यह बात हर कांग्रेसी जानता है.इसके बावजूद किसी ने कांग्रेसी शंकरपाल सजवाण से या नहीं पूछा कि उसने भारतीय जनता पार्टी की सोना सजवाण को निर्विरोध जिताने के लिए इतना एड़ी चोटी का जोर क्यों लगाया.
मामला यहीं शांत नहीं हुआ शंकरपाल सजवाण के इस कांग्रेस मुक्त भारत अभियान में आखिरी कील धनी लाल शाह के बेटे ने ठोकी.
धनी लाल शाह को कांग्रेस पार्टी ने ब्लॉक प्रमुख बनाया घनसाली से विधानसभा का चुनाव लड़वाया
कल धनी लाल शाह के बेटे ने भाजपा की सोना सजवाण के खिलाफ अपना नामांकन वापस लेकर स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस मुक्त भारत अभियान में दूसरी पीढ़ी भी पीछे नहीं रहने वाली नहीं.
तीसरी सीट का मामला तो इतना गजब का रहा की पूरी धनोल्टी विधानसभा में कांग्रेस पार्टी को कोई अनुसूचित जाति का व्यक्ति चुनाव लड़ने के लिए मिला ही नहीं इससे समझा जा सकता है कि धनोल्टी में भी कांग्रेस मुक्त भारत अभियान पूरे शबाब पर है. बहरहाल इस पूरे घटनाक्रम में रिटर्निंग ऑफिसर्स ने जिस प्रकार का आचरण किया वह न सिर्फ हाईकोर्ट में चुनौती होने लायक है बल्कि आने वाले समय में रिटर्निंग ऑफिसर का पद भी इस प्रकार बदनाम माना जाएगा जिस प्रकार आजकल की तमाम एजेंसिया बदनाम है.
अगर किसी कांग्रेसी को गलतफहमी है कि नैनीताल से उसके लिए खीम सिंह रौतेला की बाल मिठाई का डब्बा आएगा तो उसे उन लोगों से संपर्क करना चाहिए जो नगर निकाय के चुनाव होने शपथ ग्रहण समारोह होने के बाद बजट पास होने और ठिकाने लगाने की प्रक्रिया शुरू होने के बावजूद आज भी निकाय चुनाव की याचिकाओं में देहरादून से नैनीताल के चक्कर काट रहे हैं तारीख़ पे तारीख़ लग रही है. क्यों भईया राहुल गांधी कितने प्रकार के किस किस पद पर स्लीपर सेल भर्ती कर रखे तुमने कांग्रेस मे
घनसाली:- घनसाली बाजार में गुरुवार को अंकिता भंडारी हत्याकांड की तीसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। लोगों ने दीप प्रज्वलित कर व पुष्प अर्पित कर अंकिता को याद किया। इस अवसर पर वक्त...