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घनसाली- भिलंगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में मंगशीर बग्वाल को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है।मुख्य दीपावली के ठीक एक माह बाद 30 नवंबर को टिहरी जिले के थाती कठूड़ के लोग मंगशीर की दीपवाली (बग्वाल) मनाएंगे। दीपाव...
उत्तराखंड के किसानों पर यह कहावत चरितार्थ होती है किसान कृषि उत्पादन में इसलिए खूब मेहनत करने लगे थे कि सरकार द्वारा मिलेट मिशन योजनान्तर्गत मंडवा और चौलाई आदि मोटे अनाज को सहकारिता के माध्यम से उचित दर पर घर में आकर ही खरीददारी की योजना बनाई गयी और किसान भी जो गांव चौलाई उत्पादन परम्परागत रूप से करते थे और कही सालों से बंजर अवस्था में हो गये थे अधिकतर लोगों ने काफी मात्रा में चौलाई की खेती शुरू की किंतु दुर्भाग्यवश इस वर्ष चौलाई में ऐसा संक्रामक रोग हो गया है कि चौलाई की एक भी पत्ती , और डंठल (पौध) सुरक्षित नहीं है सारी फसल कीड़ों , फंगस बिमारी से सम्पूर्ण क्षेत्र मेड , मारवाड़ी ,निवालगांव ,आगर, पिन्स्वाड, उरणी, कोटी अगुण्डा , तितरुणा, कोट , तोली , जखाणा, गेंवाली , ग्राम पंचायत बिशन , भिगुन तिनगढ ,कुण्डी पोनीबासर क्षेत्र में सभी काश्तकारों की फसल नष्ट हो गई है सबसे बड़ा कष्टकरक पक्ष यह है कि एक खेत जुताई केलिए श्रमिकों का मिलना बहुत मुश्किल है जिनके बैल हैं वे हजार रुपए पर नाली के ले रहे हैं आज चौलाई की फसल कीड़ों ने खा ली कोदा साही सुअर , और बन्दों ने नष्ट कर डाली इसीलिए , करी मेहनत दिन और रात घघरा फूंका बत्तीस हाथ।
बिष्णु प्रसाद सेमवाल भृगु की कलम से ।
घनसाली- भिलंगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में मंगशीर बग्वाल को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है।मुख्य दीपावली के ठीक एक माह बाद 30 नवंबर को टिहरी जिले के थाती कठूड़ के लोग मंगशीर की दीपवाली (बग्वाल) मनाएंगे। दीपाव...