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रिपोर्ट -नवीन नेगी
नारायणबगड़ चमोली:- विकास खंड नारायणबगढ़ ब्लाक के उत्तरी कड़ाकोट पट्टी की ग्राम सभा चोपता में प्रसिद्ध आदिशक्ति श्री सिद्धपीठ राजराजेश्वरी गिरिजा भवानी मंदिर चोपता चौंरी में इन दिनों नवरात्रि की तैयारी जोरों शोरों पर चल रही है।
पिंडर घाटी में स्थित आस्था का प्रतीक केन्द्र चौपता चौंरी में सिद्ध पीठ राजराजेश्वरी गिरिजा भवानी मंदिर में हर 3 वर्षों के अंतराल में मेला लगता है, नवरात्री कौथिग मेले का भव्य आयोजन 13 दिसंबर से किया जाएगा,कमेटी के द्वारा कौथिग को अंतिम रूप दिया जा रहा।
कौथिग के लिए भक्तों का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है,कौथिग का शुभारंभ माता की ज्योत प्रचलन, क्षेत्र में दिव्य कलश यात्रा के साथ होगा।
पिंडर घाटी में चौपता चौंरी के नाम से मशहूर मेला स्थानीय ग्रामीणों की आर्थिक उन्नति व उल्लास का प्रतीक है। 13 दिसंबर से 21 दिसम्बर 2023 नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र में मां दुर्गा के विभिन्न रूपी का रूपों की आराधना होती है। शुरुआती दिनों में स्कूलों- कॉलेजों के छात्र छात्राओं की खेलकूद प्रतियोगिता के साथ स्थानीय महिला मंगल दल व युवक मंगल दलों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
नवरात्रि के पंचमी पर्व से देवताओं के पार्श्व अवतरित होंगे व श्रद्धालुओं को अपना असीम आशीर्वाद देंते है।
नवरात्र पर्व के चलते माता के मंदिर में दर्शनों के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। मान्यता के अनुसार राजराजेश्वरी गिरिजा भवानी के मंदिर में भक्तों की मुरादे पूरी होती है, मां अपने भक्तों को खाली हाथ नहीं भेजती है इसलिए भी यह मंदिर एक आकर्षित का केंद्र और आस्था का प्रतीक माना जाता है।
मंदिर में गढ़वाल मंडल ही नहीं कुमाऊँ मंडल से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं।कौथिक मेले में स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा व स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा स्टॉल भी लगाए जाते हैं। नवरात्र मेले का शुभारंभ ब्लाक प्रमुख यशपाल सिंह नेगी व जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह द्वारा किया जाएगा।
मंदिर कमेटी के संरक्षण ग्राम प्रधान चोपता पृथ्वी सिंह नेगी एडवोकेट ने बताया कौथिक के लिए मंदिर पूरी तरह से सज चुका है, कौथिग से क्षेत्र में भक्तिमय माहौल बना रहता है ,हमारी पौराणिक संस्कृति ,सभ्यता बनी रहती है, भक्तों का स्वागत व अभिनंदन है मेले में।मेले का संचालन मंदिर कमेटी के द्वारा किया गया।
मदिर कमेटी में मंदिर संरक्षक पृथ्वी सिंह नेगी, मंदिर अध्यक्ष अवतार सिंह सिनवाल, उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह रावत, सचिव स्वरूप सिंह सिनवाल, कोषाध्यक्ष रणवीर सिंह रावत, मेलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद जोशी।
कौथीग मेले का कार्यक्रम इस प्रकार है:
13 दिसंबर (बुधवार मां की डोली आगमन, दिव्य कलश यात्रा, कौथिक का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा
14 दिसंबर (गुरुवार) खेलकूद प्रतियोगिता स्कूली बच्चों द्वारा
15 दिसंबर (शुक्रवार) खेलकूद प्रतियोगिता व महिला मंगल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की धूम
16 दिसंबर (शनिवार) खेलकूद प्रतियोगिता युवक मंगल दल,महिला मंगल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की धूम
17 दिसंबर (रविवार) पंचमी पर्व पर समस्त देवी देवताओं का नृत्य प्रारंभ
18 दिसंबर (सोमवार) प्रातः कालीन नित्यपूजन,ध्वज स्थापना , वीरों का नगर भ्रमण
19 दिसंबर (मंगलवार)भूमियाल देवता की अगवानी में केला बागवान,अशोक वाटिका में श्री हनुमान पूजन एवं नंदा डोली पूजन व कैलाश यात्रा को प्रस्थान
20 दिसंबर (बुधवार) को घुडतौत, बुडेरा नित्य झांकी व कार्यक्रम का समापन
21 दिसंबर (बृहस्पतिवार) नवमी पर्व पर महायज्ञ ,प्रसाद वितरण हरियाली वितरण के साथ कौथीग का समापन
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