Uttarakashi: रतूड़ी सेरा के मां रेणुका में श्रीमद् देवी भागवत का आयोजन।
14-06-2024 08:33 PM
उत्तरकाशी
संजय रतूड़ी- रतूड़ी सेरा में मां रेणुका की उपस्थिति में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत कथा सातवें दिन भी जारी रही। इस दौरान प्रमुख व्यास आचार्य बालकराम जी उनियाल ने कहा कि मां भगवती का स्वरूप अष्ट भुजाओं पर केन्द्रित है, जिसमें समस्त देवी देवताओं की शक्ति का स्वरूप है। देवी की साधना करने से मनुष्य को अपने जीवन की सभी खुशियां वापस मिलती है तथा मनुष्य ऊर्जावान होकर जीवन में संचार करता है। उन्होंने शुम्भ-निशुम्भ की कथा का वर्णन किया। इसके अलावा माता कात्यायनी के रूप में शिव द्वारा इंद्र के राजसिंहासन को वापस लौटाने की कथा का भी वर्णन किया। उन्होंने असुरों के युद्ध के दौरान मां देवी भगवती के विराट तथा सुन्दर रूप का वर्णन करते हुए मनुष्य को संयम, संकोच, धार्मिक, आचरण, बोध, ज्ञानवान, करुणा भाव तथा मैत्री गुणों को धारण करने की शिक्षा दीक्षा दी।
आचार्य बालक राम ने कहा कि प्रत्येक पतिव्रता नारी को अपने पति को प्रातः उठकर प्रणाम करना चाहिए और पति को भी पत्नी का सम्मान करना चाहिए उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि आज कल लोग सुबह उठकर कर दर्शन नही करते है बल्कि कर के मध्य चाय का प्याला रखना पसंद करते है ।
श्रीमद देवी भागवत कथा का आयोजन रतूड़ी सेरा के ग्रामवासियों द्वारा आयोजित किया गया है भगवती प्रसाद बहुगुणा ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य पलायन को हावी नही होने देना है कथा के माध्यम से गांव से बाहर रहने वाले ग्रामीण अपने गांव अपनी माटी से मिलने अधिक से अधिक गांव पंहुचे है इस उपरांत सभी भक्तजनों के लिए लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें व्रतधारियों के लिए अलग से भोजन व्यवस्था की गई। इस मौके पर पंडित संजय ,सतीश, आचार्य पवन अभिषेक , सुमित सहित समिति के वीरेंद्र प्रसाद,बालक राम बहुगुणा,अरविंद बहुगुणा,सुनील, दिनेश बहुगुणा ,सुरेश , दीपक , मुकेश ,प्रभाकर आदि मौजूद रहे ।