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देहरादून:- जिला प्रशासन ने देहरादून के होटल हयात रीजेंसी में 24 घंटे बार खोलने के आदेश को निरस्त कर दिया है। 24 घंटे बार खोलने के आदेश की सोशल मीडिया और आम जनता में जमकर आलोचना हो रही थी, जिसके बाद जिला प्रशास...
देहरादून:
चुनाव के दौरान मुस्लिम यूनिवर्सिटी का मुद्दा उठाने के मामले में फंसे कांग्रेस नेता अकील अहमद ने खुद को पार्टी से निष्कासित किए जाने की मांग की है।उत्तराखंड में मुस्लिम विवि की मांग करने के बाद अकील अहमद सुर्खियों में हैं। कोंग्रेस का मानना है इस मुद्दे की वजह से राज्य में कोंग्रेस चुनाव हार गई थी। राज्य में कांग्रेस चुनाव हार गई अब अपनी हार को कोंग्रेस एक मुद्दे से जोड़कर देख रही है वो था राज्य में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाए जाने की मांग, जो कोंग्रेस के एक नेता अकील अहमद ने की थी,लेकिन यह मुद्दा चुनाव के दौरान भाजपा ने इतना उछाला की कांग्रेस की फजीहत के साथ हार भी हो गयी। ये यूनिवर्सिटी बनाने की मांग कांग्रेस नेता अकील अहमद ने उठाई थी। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार का ठीकरा अकील अहमद पर फोड़े जाने से वह पार्टी से काफी नाराज हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनके निष्कासन से पार्टी को संजीवनी मिलती है तो वह निष्कासन के लिये तैयार हैं।
अकील अहमद ने विधानसभा चुनाव के दौरान मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग की थी। इस मुद्दे को लेकर बीजेपी और खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह से हमलावर दिखे और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बना था, ऐसे में अब हार के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस मुद्दे को हार का बड़ा कारण मान रहे हैं। अकील अहमद ने कहा कि पूर्व सीएम हरीश रावत और निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल , पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के बयानों से आहत हूं। अकील इस समय प्रदेश के कांग्रेस उपाध्यक्ष हैं, लेकिन कांग्रेस के बड़े बड़े नेता मान रहे हैं कि अकील ने चुनाव के दौरान मुस्लिम यूनिवर्सटी का मुद्दा उठाकर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ माहौल बनवाया था । बहराल मामला कुछ भी हो राज्य में कोंग्रेस अपनी हार का सबसे बड़ा कारण मुस्लिम यूनिवर्सटी के मुद्दे को ही मान रही हैं।
देहरादून:- जिला प्रशासन ने देहरादून के होटल हयात रीजेंसी में 24 घंटे बार खोलने के आदेश को निरस्त कर दिया है। 24 घंटे बार खोलने के आदेश की सोशल मीडिया और आम जनता में जमकर आलोचना हो रही थी, जिसके बाद जिला प्रशास...