ताजा खबरें (Latest News)
देहरादून:- जिला प्रशासन ने देहरादून के होटल हयात रीजेंसी में 24 घंटे बार खोलने के आदेश को निरस्त कर दिया है। 24 घंटे बार खोलने के आदेश की सोशल मीडिया और आम जनता में जमकर आलोचना हो रही थी, जिसके बाद जिला प्रशास...
घनसाली, टिहरी:-
टिहरी जनपद के तहसील बालगंगा के पट्टी केमर स्थित मयकोट गांव में एक महिला का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ पर फांसी लगाकर मौत का मामला सामने आया है। मामले में भटवाड़ा नैलचामी निवासी मृतका के मायके पक्ष ने उसके पति समेत अन्य लोगों पर हत्या के गंभीर आरोप लगाए हैं। इतना ही नहीं मृतका के मायके पक्ष का आरोप यह भी है कि मृतक महिला के ससुराल पक्ष द्वारा मृतक महिला का शव बिना मायके पक्ष की उपस्थिति में फांसी से निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर मोर्चरी में रखने हेतु ले गए। वहीं, फिलहाल महिला के मायके पक्ष इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक टिहरी के बालगंगा तहसील के मयकोट गांव के जंगल मे पैयापानी नामक तोक में एक महिला का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से फांसी लगाकर लटका मिला। मृतक महिला की पहचान रजनी देवी पत्नी हेमंत लाल (28 वर्ष), निवासी मयकोट के रूप में हुई है। मायके पक्ष के अनुसार बताया जा रहा है कि मृतक महिला विगत 10 जुलाई से घर से गायब थी और सोमवार को महिला का शव गांव से कुछ ही दूर जंगल में पैयापानी नामक तोक में संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ पर फांसी लगाकर लटका मिला। जिसके बाद मृतक महिला के ससुराल पक्ष द्वारा राजस्व पुलिस को सूचना देकर उक्त शव को फांसी से निकाल कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर ले जाया । वहीं अस्पताल में भटवाड़ा नैलचामी निवासी मायके पक्ष में प्रशासन के खिलाफ नाराजगी भी जताई। ससुर शिव चरण ने बताया हमें रजनी की डेड बॉडी गांव के नजदीक गढेरे में फंदे पर लटकी मिली जबकि ससुर मीडिया के सवालों से बच रहे थे।
वहीं मायके पक्ष से पिता शोकिन लाल ने ससुराल पक्ष पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि उसके ससुराल वाले पहले से ही परेशान करते थे । वहीं पिता शोकिन ने कहा कि कोई भी व्यक्ति स्पष्ट देख सकता है कि डेड बॉडी के सिर से खून निकल रहा है जबकि आंख में भी चोट लगी है। पिता किशोरी लाल ने कहा ससुराल पक्ष के लोगों ने प्रशासन को पैसे दे दिए हैं जिस कारण प्रशासन हमारी तहरीर लेने में काफी आना कानी कर रहे हैं। जबकि मृत रजनी के पिता ने उसके छोटे बच्चों को अंतिम दर्शन की इच्छा जताई थी और कहा कि सारी सच्चाई बच्चे ही बताएंगे, लेकिन प्रशासन ने उनकी एक ना सुनी और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
लड़की के भाई आकाश ने कहा कि ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है जो स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। उन्होंने मायके पक्ष और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया कि ये लोग रजनी की डेड बॉडी को भी गुम करने के फिराक में थे क्योंकि इन लोगो ने रजनी को दो दिन पहले मार दिया था और दो दिन बाद हमें सूचना दी जबकि हमने सूचना मिलने पर हमने कहा था कि फंदे से तब तक शव मत निकालना जब तक हम लोग वहां नहीं पहुंचते लेकिन ससुराल और प्रशासन की मिली भगत से इन लोगों ने शव को आनन फानन में पैक करके बेलेश्वर अस्पताल में छोड़ कर भाग गए ।
लड़की की मां सुनीता देवी ने बताया कि रजनी के ससुराल वाले उसके साथ हर गलत हरकतें करते थे जो नहीं करनी चाहिए थी जबकि हम हर बार रजनी को समझा बुझा कर चुप करा लेते थे, लेकिन इस बार इन लोगों ने हमेशा के लिए रजनी का मुंह बंद करा दिया जबकि उन्होंने तहसील प्रशासन पर आरोप लगाया कि हम लोग सुबह से तहरीर देने के लिए तहसील गए थे लेकिन वहां किसी ने भी हमारी नहीं सुनी। उन्होंने ससुर शिव चरण और अन्य लोगों पर आरोप लगाया कि इन लोगो ने ही अपनी बहू को मारा है।
वहीं तहसीलदार लक्ष्मण सिंह नेगी ने कहा कि तहसील प्रशासन को जैसे ही घटना के बारे में जानकारी मिली तो हम मौके के लिए रवाना हो गए थे जबकि प्रथम दृष्टया देखकर लग रहा है कि ये आत्महत्या है। जबकि पूरी जांच पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगी। डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए नई टिहरी भेजा गया है।
उक्त मामला राजस्व क्षेत्र से जुड़ा हुआ है फिलहाल मामले की जांच राजस्व विभाग की टीम कर रही है जिससे जांच के उपरांत ही मामले की सच्चाई का पता लग पाएगा। मृतक महिला के शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल बौराड़ी भेजा गया है। जबकि दिसंबर 2014 में हुई रजनी शादी अपने पीछे दो छोटे बच्चे गोलू 7 वर्ष और टूरी 5 वर्ष को हमेशा के लिए छोड़कर चले गई। मृतका के मायके पक्ष के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है उन्होंने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।
देहरादून:- जिला प्रशासन ने देहरादून के होटल हयात रीजेंसी में 24 घंटे बार खोलने के आदेश को निरस्त कर दिया है। 24 घंटे बार खोलने के आदेश की सोशल मीडिया और आम जनता में जमकर आलोचना हो रही थी, जिसके बाद जिला प्रशास...