51 दिनों के बाद 28 फरवरी तक घनसाली स्वास्थ्य जन संघर्ष मोर्चा का आंदोलन स्थगित।
14-12-2025 09:20 PM
घनसाली/टिहरी गढ़वाल।
टिहरी जनपद के भिलंगना ब्लॉक स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिलखी में लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं और घनसाली में उप जिला चिकित्सालय की मांग को लेकर चल रहा घनसाली स्वास्थ्य जन संघर्ष मोर्चा का धरना प्रदर्शन रविवार को 51वें दिन समाप्त हो गया। सरकार की ओर से मिले आश्वासन के बाद आंदोलन को 28 फरवरी तक स्थगित करने का निर्णय लिया गया।
धरना स्थल पर क्षेत्रीय विधायक शक्ति लाल शाह, ब्लॉक प्रमुख राजीव कंडारी, नपंअ आनंद बिष्ट, गोविंद सिंह राणा तथा उप जिलाधिकारी अलकेश नौडियाल ने पहुंचकर आंदोलनकारियों से वार्ता की और उनका धरना समाप्त कराया। आंदोलनकारियों ने स्पष्ट किया कि आंदोलन समाप्त नहीं किया गया है, बल्कि सरकार को दिए गए समय तक स्थगित किया गया है। यदि तय अवधि में मांगों पर ठोस कार्यवाही नहीं हुई तो आंदोलन को पुनः तेज किया जाएगा।
आंदोलनकारियों ने बताया कि मंगलवार 11 दिसंबर को उनके एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और मांगों पर गंभीरता से कार्य करने का आश्वासन दिए जाने के बाद धरना स्थगित करने का निर्णय लिया गया। आंदोलनकारियों का कहना था कि केवल अस्पताल भवन बनना पर्याप्त नहीं है, बल्कि डॉक्टरों और तकनीकी स्टाफ की नियमित तैनाती अनिवार्य है, तभी क्षेत्र की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
आंदोलन की प्रमुख पांच सूत्रीय मांगें
घनसाली में उप जिला चिकित्सालय की स्थापना।
बेलेश्वर और पिलखी अस्पताल में अनुभवी चिकित्सकों की तैनाती।
अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे तकनीशियन की नियुक्ति।
दोनों अस्पतालों में 24 घंटे ब्लड बैंक की सुविधा।
मृतक अनीशा रावत, रवीना कठैत, पूरब सिंह व नीतू पंवार के परिजनों को 20-20 लाख रुपये का मुआवजा तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी।
इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. श्याम विजय ने कहा कि आंदोलनकारियों की सभी मांगों को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही की जाएगी। वहीं क्षेत्रीय विधायक शक्ति लाल शाह ने भरोसा दिलाया कि जनवरी माह तक मुख्यमंत्री स्वयं घनसाली पहुंचकर उप जिला चिकित्सालय के लिए भूमि पूजन करेंगे।
धरना स्थगित होने के बाद क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली, वहीं आंदोलनकारियों ने सरकार को चेताया कि 28 फरवरी तक यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो जन आंदोलन को फिर से शुरू किया जाएगा।
इस दौरान कनिष्ठ प्रमुख कृष्णा गैरोला, मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन नौटियाल, दिनेश गुसाईं, यशवंत गुसाईं, हीरामणि बिजल्वाण, चंदन पोखरियाल, अजय कंसवाल, संदीप आर्य, विक्रम घणाता, अनुज शाह, विनोद लाल शाह, पुरुषोत्तम, शांति श्रीवाण, सुनीता रावत, उम्मेद सिंह चौहान, रवि सेमवाल, विनोद चौधरी, वीर सिंह चौधरी, शांति लाल शाह आदि तमाम लोग मौजूद रहे।