घनसाली में उबाल: बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ दो मोर्चों पर आंदोलन तेज, पर्वतीय युवा संगठन करेगा चक्काजाम।
27-10-2025 08:09 PM
टिहरी गढ़वाल:-
घनसाली विधानसभा क्षेत्र में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर जनता का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। भिलंगना ब्लॉक के पिलखी और घनसाली में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के खिलाफ दो अलग-अलग आंदोलनों ने जोर पकड़ लिया है। एक ओर सर्वदलीय स्वास्थ्य संघर्ष समिति ने घनसाली में व्यापार मंडल अध्यक्ष कैलाश बडोनी व पूर्व विधायक भीमलाल आर्य सहित कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों धरना प्रदर्शन किया, तो दूसरी ओर पर्वतीय युवा संगठन ने पिलखी में जिपंस विक्रम घणाता, संदीप आर्य आंदोलन जारी रखते हुए मंगलवार को चक्काजाम करने का ऐलान किया है।
इन आंदोलनों की पृष्ठभूमि हाल ही में हुई अनीशा रावत और रवीना कठैत की मौतों से जुड़ी है, जिन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा को फिर उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय पर उचित इलाज और सुविधा मिलती, तो दोनों की जान बचाई जा सकती थी।
पिलखी में पर्वतीय युवा संगठन के धरना स्थल पर पहुंचे ब्लॉक प्रमुख राजीव कंडारी ने आंदोलनकारियों को समर्थन देते हुए कहा कि सरकार को अब केवल आश्वासन नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई करनी होगी। उन्होंने कहा कि दोषी स्वास्थ्यकर्मियों और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। कंडारी ने मांग की कि मृतक अनीशा रावत और रवीना कठैत के परिजनों को न्याय और उचित मुआवजा दिया जाए।
इधर पर्वतीय युवा संगठन के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन को भी तेजी मिल रही है। संगठन ने घोषणा की है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो मंगलवार को घनसाली में चक्काजाम किया जाएगा। संगठन के संयोजक संदीप आर्य व जिपंस विक्रम घणाता का कहना है कि अब केवल जांच और वादों से काम नहीं चलेगा , सरकार को ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
घनसाली विधायक शक्ति लाल शाह ने भी घटनाओं पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अनीशा रावत और रवीना कठैत की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार इन मामलों की पूरी जांच करा रही है और जल्द ही दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग रखी है, पिलखी अस्पताल का उच्चीकरण और बेलेश्वर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती के साथ शीघ्र ही आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।