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बाल गंगा महाविद्यालय में जलवायु परिवर्तन को लेकर मंथन।

24-10-2024 06:20 PM

घनसाली-बालगंगा महाविद्यालय में पर्यावरण एवं सोशल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन के सहयोग से भूगोल विभाग में हिमालय में जलवायु परिवर्तन और आपदा के प्रभाव पर एक अध्य्यन यात्रा का समापन पर छात्र छात्राओ के बीच चर्चा कर अनुभव साझा किये गए है।

हिमालय में जलवायु परिवर्तन और आपदा के प्रभाव पर एक अध्य्यन यात्रा के संयोजक व समाज सेवी सुरेश भाई ने कहा कि उक्त यात्रा 18 अक्टूबर यमुनोत्री से शुरू की गई थी जिसका समापन बीरबार को बालगंगा और भिलंगना के संगम पर बालगंगा डिग्री कॉलेज के किया गया है।उन्होंने बताया कि यात्रा में जलवायु परिवर्तन और आपदाओ से जुड़े मुद्दों की रिपोर्ट सड़क परिवहन मंत्री और पर्यावरण मंत्री को सोपी जाएगी।

उन्होंने जलवायु परिवर्तन और आपदा से जुड़े मुद्दों को लेकर छात्रों के संवाद कर कहा कि जल और वायु में दिनों दिन परिवर्तन हो रहा है पृथ्वी पर तापमान बढ़ने के कारण मैदानों में कुआँ सूख रहे तो हिमालय में ग्लेशियरो पर इसका सीधा असर पड़ रहा है।जिस कारण हिमालय राज्यों में प्राकृतिक आपदाएं घटित हो रही है।तापमान बढ़ने के कारण भूस्खलन, बाढ़, हिमस्खलन, आदि घटनाओ में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है।सुरेश भाई ने कहा कि भिलंगना क्षेत्र में पर्यावरण को बचाने के लिए सबसे पहले पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा,और बिहारी लाल के नेतृत्व में बूढ़ाकेदार में आज से तीस वर्ष पहले पेड़ बचाओ आंदोलन शुरू किया गया था। आज सरकार विकास के नाम पर सडको को चौड़ा कर अवैध कटान कर जगह जगह मालवा डाला जा रहा है। जिससे मानव जनित आपदाएं आ रही है।आज सडको के चौड़ाई के नाम पर दो लाख विभिन्न प्रजाति के हरे पेड़ काटे गए है। उन्होंने कहा कि हिमालय सवेदनशील है इसके साथ छेड़छाड़ करने से दुष परिणाम सामने आ रहे है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। पूरे टिहरी और उत्तरकाशी जनपदों में टिहरी बांध के कारण मिथिन गैस उत्सर्जित हो रही है जो बहुत घातक है।

सर्वोदय संजय राणा ने कहा कि बढ़ते पर्यावरण से नदियों में जल की मात्रा कम होने के साथ दूषित हो गया है प्रदूषण के कारण ग्लेशियर 20 किलोमीटर दूर खिसक गये है। और नादिया 10 से 12 फीट ऊपर उठ गई है आज खाने के बर्तनों में प्लास्टिक के बर्तनों का उपयोग हो रहा है ।कार्यक्रम में बच्चों द्वारा भी अपने अनुभव साझा किए गए।इस मौके पर विशाल जैन, डॉ0 सरिता बहुगुणा, डॉ0 मुकेश नैथानी डॉ0 रेखा बहुगुणा,डॉ0 कृष्ण चंद नेगी विनोद लाल शाह,डॉ0 जयवीर फ़र्श्वान, जितेंद्र डोभाल बद्रीश बडोनी आदि ने विचार व्यक्त किये।


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