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देहरादून:- जिला प्रशासन ने देहरादून के होटल हयात रीजेंसी में 24 घंटे बार खोलने के आदेश को निरस्त कर दिया है। 24 घंटे बार खोलने के आदेश की सोशल मीडिया और आम जनता में जमकर आलोचना हो रही थी, जिसके बाद जिला प्रशास...
बूढ़ाकेदार, टिहरी:-
पंकज भट्ट- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रभावित भिलंगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि तिनगढ़ सहित जिन गांवों की स्थिति खराब है, उनका सर्वेक्षण रिपोर्ट के आधार पर पुनर्वास किया जाएगा। वहीं बूढ़ाकेदार में नदी से घरों, खेतों, मंदिर को सुरक्षित रखने के लिए तटबंध बनाकर बेहतर ट्रीटमेंट किया जाएगा। भूस्खलखन से प्रभावित गांवों में सुरक्षा दीवार, रास्ते आदि बनाए जाएंगे। उन्होंने पिंस्वाणड़, उरणी, बनाली आदि गांवों के लिए सड़क कनेक्टिविटी को तत्काल बहाल करने के निर्देश दिए। डीएम मयूर दीक्षित को इन गांवों में आवश्यक जन सुविधाएं मुहैया कराने, लोनिवि और पीएमजीएसवाई की सड़कों, पुल, पैराफिट, कॉजवे की मरम्मत कर पुनर्निर्माण शुरू कराने के निर्देश दिए। कहा कि पुनर्निर्माण कार्यों में सरकार धन की कमी आड़े नहीं आने देगी।
मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अस्थाई कैंप जीआईसी विनयखाल में आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। कहा कि पहली प्राथमिकता उन्हें इन कैंप में रखकर भोजन, पानी आदि की व्यवस्था की गई है। वहीं तकनीकी से जुड़े अधिकारी गांवों का सर्वेक्षण कर उनके पुनर्वास को लेकर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। उन्होंने ताली गांव में मां-बेटी की दर्दनाक मौत पर गहरा दुख जताया। कहा कि आपदा के कारण जान गंवाने वाले परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने तिनगढ़ गांव में जाकर वस्तुस्थित को देखा। इस दौरान सीएम की आंखें भी तबाही का मंजर देखकर भर आई। कहा कि अपना घरबार छोड़ना आसान नहीं होता है। उन्होंने डीएम मयूर दीक्षित को बधाई दी, कि समय रहते उन्होंने गांव के खाली कराया। विधायक शक्ति लाल शाह ने कहा कि तोली, भिगुन, तिनगढ़ के अलावा कोट, विशन, पिंस्वाड़, उरणी आदि गांवों की स्थिति खराब है। प्रत्येक गांव का भूगर्भीय सर्वे कर सरकार विस्थापन के संबंध में निर्णय ले। वहीं बूढ़ाकेदार धाम में भी धर्मगंगा और बालगंगा ने जमकर तबाही मचाई है। नदी के जलस्तर से कई मकान, दुकानें क्षतिग्रस्त हो गए। बूढ़ाकेदार मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने मंदिर के संरक्षण और धाम के सुरक्षित रखने की मांग की। जिस पर सीएम ने कहा कि प्रशासन नदी का चैनलाइजेशन कर रहा है। यहां जेसीबी और पोकलेन मशीनें मलबा, बोल्डर हटाकर किनारों को सुरक्षित करने का कार्य कर रहे हैं। डीएम दीक्षित को आपदा से हुए नुकसान की रिपोर्ट भेजने को कहा। कहा कि सड़क, पेयजल, विद्युत लाइनें, सिंचाई नहरें, गूल और अन्य सार्वजनिक संपत्ति हुए नुकसान का जल्द आकलन किया जाए।
इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश नौटियाल, आपदा प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष विनय रोहिला, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर, एडीएम केके मिश्रा, एसडीएम अपूर्वा सिंह, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, हर्षमणि सेमवाल, आनंद बिष्ट, पूर्व विधायक भीमलाल आर्य आदि मौजूद रहे।
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