मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले का शुभारंभ, कहा, लोक संस्कृति और परंपरा हमारी सबसे बड़ी शक्ति
28-10-2025 07:17 AM
टिहरी गढ़वाल, 27 अक्टूबर 2025।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को टिहरी जनपद के नरेंद्रनगर स्थित प्रसिद्ध सिद्धपीठ श्री कुंजापुरी मंदिर परिसर में आयोजित 49वें श्री कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले का शुभारंभ ध्वजारोहण कर किया। मुख्यमंत्री ने रिबन काटकर विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन किया तथा विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने अमर शहीदों की प्रतिमाओं एवं स्वतंत्रता संग्राम स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, नगर पंचायत अध्यक्ष तपोवन विनीता बिष्ट, ब्लॉक प्रमुख नरेंद्रनगर दीक्षा राणा, मेयर नगर निगम ऋषिकेश शंभू पासवान, जिलाध्यक्ष भाजपा उदय रावत, डीएम टिहरी नितिका खंडेलवाल, एसएसपी आयुष अग्रवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
धामी बोले — संस्कृति हमारी पहचान, मेला लोक आस्था और विकास का प्रतीक
मुख्यमंत्री धामी ने सभी को मेले की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मां कुंजापुरी का आशीर्वाद प्रदेशवासियों पर सदैव बना रहे।
उन्होंने कहा कि यह मेला केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि लोक आस्था, सांस्कृतिक विरासत और गौरवशाली परंपरा का प्रतीक है।
1974 से निरंतर आयोजित यह मेला व्यापार, क्षेत्रीय विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा —
“भारत की पहचान उसकी सनातन संस्कृति और जीवन मूल्यों में निहित है। हमारी संस्कृति केवल परंपरा नहीं, बल्कि जीवन को सकारात्मक दिशा देने वाली विचारधारा है। हमें अपनी परंपराओं पर गर्व होना चाहिए क्योंकि यही हमारी सभ्यता की सबसे बड़ी शक्ति है।”
उन्होंने कहा कि मेले और त्यौहार केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि संस्कृत शिक्षा, सामाजिक समरसता, आध्यात्मिक उत्थान और आर्थिक प्रगति के भी प्रमुख साधन हैं।
मुख्यमंत्री ने युवाओं और समाज से आह्वान किया कि वे इन मेलों की गरिमा और परंपरा को संरक्षित व संवर्धित करने में सक्रिय भूमिका निभाएं, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी हमारी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ी रहें।
“मोदी जी के नेतृत्व में सांस्कृतिक विरासत को नया आयाम”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण और पुनरुत्थान का अभूतपूर्व कार्य हुआ है।
राज्य सरकार भी धार्मिक स्थलों के संरक्षण, पर्यटन विकास और आत्मनिर्भर उत्तराखंड के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि पलायन रोकने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के लिए राज्य सरकार कई योजनाओं पर कार्य कर रही है।
‘हाउस ऑफ हिमालय’ ब्रांड के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दी जा रही है।
साथ ही फार्म मशीनरी बैंक, फिल्म नीति, एप्पल मिशन और होमस्टे योजनाओं के जरिए ग्रामीण आजीविका को सशक्त बनाया जा रहा है।
“समान नागरिक संहिता और नकल विरोधी कानून से राज्य को नई पहचान”
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता (UCC) लागू की है।
इसके अलावा राज्य में सशक्त नकल विरोधी कानून लागू कर पिछले चार वर्षों में 26 हजार से अधिक युवाओं को पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के तहत रोजगार मिला है।
उन्होंने कहा कि धर्मांतरण निवारण कानून और अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई ने राज्य को एक नई दिशा और पहचान दी है।
सुबोध उनियाल बोले — “मेला हमारी संस्कृति का जीवंत प्रतीक”
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि श्री कुंजापुरी मेला संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाने वाला महत्वपूर्ण आयोजन है।
यह मेला न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी संस्कृति, खेल और विकास का मंच बन गया है।
उन्होंने क्षेत्र की कई विकास योजनाओं का उल्लेख करते हुए ढालवाला में बाढ़ सुरक्षा कार्य, कुंभ मेला 2027 की तैयारी, नरेंद्रनगर में नहरों का पुनर्निर्माण, सामुदायिक भवनों का निर्माण, ANM ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना, मंदिर सौंदर्यीकरण, चेक डैम निर्माण जैसी योजनाओं को मेले के मंच से मुख्यमंत्री के समक्ष रखा।
मुख्यमंत्री ने सभी प्रस्तावों को घोषणाओं में सम्मिलित करने का आश्वासन दिया।
सांस्कृतिक रंगों में रंगा मेला परिसर
मेले के दौरान आईटीबीपी बैंड की मधुर धुनों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया।
साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक दलों ने गढ़वाली, जौनसारी, जाखणी, थराली आदि पारंपरिक नृत्य प्रस्तुतियां दीं।
स्कूलों के बच्चों द्वारा महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा, आपदा प्रबंधन पर आधारित झांकियां और जनजागरूकता रैली निकाली गई।
इस अवसर पर मेला समिति सचिव एवं एसडीएम नरेंद्रनगर आशीष घिल्डियाल, डीएफओ पुनीत तोमर, एडीएम ए.के. सिंह, राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार, साकेत बिजल्वाण, राजेंद्र भंडारी, विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि, छात्र-छात्राएं और बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटक उपस्थित रहे।