Ghansali: टिहरी बांध प्रभावित बौर गांव में दरारों से मंडरा रहा खतरा
20-03-2025 05:57 PM
पंकज, घनसाली:-
टिहरी गढ़वाल के घनसाली तहसील का बौर गांव टिहरी बांध परियोजना की झील का अंतिम गांव है, जिसके लिए टिहरी बांध की झील अभिशाप बनती जा रही है। टिहरी बांध परियोजना में बौर गांव को 835 आर एल मीटर तक आंशिक डूब क्षेत्र में लिया गया है। बौर गांव के घर और गांव से लगती सिंचित भूमि टिहरी बांध परियोजना के तहत नहीं ली गई। टिहरी झील का जलस्तर बढ़ने से झील बौर गांव की तलहटी तक आ जाती है और अब यही झील पूरे गांव के घरों और सिंचित भूमि के लिए अभिशाप बन गई है। गांव में एक ओर भू धंसाव से नए पुराने सभी घरों में दरारें पड़ी हुई हैं जो कि दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, वहीं पूरे गांव में घरों के आंगन भी टेढ़े मेढे हो गए हैं।
ग्रामीण ज्योति प्रसाद गैरोला ने बताया कि ग्रामीण उपेन्द्र प्रसाद गैरोला, राकेश प्रसाद, वीरेंद्र दत्त, चंडी प्रसाद, विजेंद्र प्रसाद, देवी प्रसाद, मनोज गैरोला, राकेश प्रसाद, अवधेश गैरोला, गणेश प्रसाद, ज्योति प्रसाद, सतीश प्रसाद ओर भूपति प्रसाद गैरोला के घरों ओर आंगन में दरारें पड़ी हुई है, जो कि निरंतर बढ़ रही हैं।
वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्य कृष्णा देवी गैरोला ने बताया कि टिहरी बांध झील से लगती हुई गांव की सिंचित भूमि में एक ओर भू कटाव हो रहा है जो कि पूरी खेती ओर पूरे गांव के लिए खतरा हैं। साथ ही गांव के खेतों में अचानक से बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे ग्रामीण दहशत में हैं और ग्रामीणों को आगामी बरसात में किसी बड़े खतरे का आभास हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर हालांकि आईआईटी रुड़की द्वारा ड्रोन सर्वे किया जा रहा है, लेकिन सर्वे की रिपोर्ट कब आएगी इसका पता नही। लेकिन गांव में भू धंसाव, भू कटाव का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, उन्होंने पुनर्वास निदेशालय ओर प्रशासन से जल्द से जल्द गांव में टीम भेजकर स्थितियों का निरीक्षण करने ओर बौर गांव को पूर्ण विस्थापन करने की मांग की है।