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हर हर महादेव के जयकारों से गूंजा पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव।

01-03-2022 07:08 PM

जोशीमठ, चमोली: 

    उर्गम घाटी की गोद में बसा पतित पावनी हिरणांवती के तट पर बाबा कल्पेश्वर महादेव मंदिर में हजारों भक्तों ने हर हर महादेव के जयकारों के साथ किया बाबा कल्पेश्वर महादेव का जलाभिषेक । पंच केदारों में एकमात्र केदार है कल्पेश्वर महादेव जहां शिवरात्रि बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है क्योंकि बाबा कल्पेश्वर महादेव मंदिर 12 महीने खुला रहता है और भक्तों के लिए सबसे सुगम है हर साल हजारों भक्तों बाबा भोलेनाथ के दर्शनों को कल्प घाटी पहुंच है । शिवरात्रि महापर्व पर निसंतान दम्पतियों रातभर बाबा कल्पेश्वर की आराधना करते हैं इस वर्ष भी 20 निसंतान दम्पतियों बाबा कल्पेश्वर महादेव की आराधना कर रहे हैं लोकमान्यता है कि बाबा अपने भक्तों की गोद भर देते हैं । केदार खंड में वर्णित कथा के अनुसार जब समुद्र मंथन के समय समुद्र से कुछ भी नहीं निकला तो कल्पेश्वर महादेव ने देवताओं को अपने कलेवर कुंड से जल का कमंडल भरकर दिया जिसको समुंद्र में डालने के बाद 14 रत्नों की प्राप्ति हुयी आज  भी यह कुंड यहां विराजमान हैं । 

    पांच पांडवों ने पंचम केदार पहुंच कर भोलेनाथ से मोक्ष मांगा था मोक्ष के दाता नारायण होने के कारण पांडवों के लिए भोलेनाथ ने बदरीनारायण का इस घाटी में ध्यान किया भोलेनाथ के ध्यान करने पर बदरीनारायण यहां ध्यान बदरी के रूप में और बाबा भोलेनाथ दक्षिणेश्वर महादेव में विराजमान हो गये। पंच केदारों में कल्पेश्वर महादेव एकमात्र ऐसा केदार है जहां के पुजारी भल्ला वंश के ठाकुर नेगी परिवारों का प्राचीन समय से ही पूजा अर्चना का अधिकार है जिसका प्रबन्धन कल्पनाथ मंदिर समिति देवग्राम के अधीन है गिरिराज हिमालय के सुदूरवर्ती क्षेत्र में रमणीय स्थान है कैलाशपति कल्पेश्वर महादेव का जहां मिलती है अनुपम शांति और भक्तों की होती है मनोकामना पूर्ण मार्ग में बाबा काल भैरव सबके कष्ट हरते है । सुबह 4 बजे से ही भक्तों की लम्बी कतार लगी हुयी थी आज शिवरात्रि को जहां निसंतान दम्पतियों बाबा से संतान प्राप्ति का वरदान मांगेंगे वहीं भक्त रात्रि जागरण कर भजन कीर्तन का आयोजन किया जायेगा |

    कल्पेश्वर धाम   पंच केदार के श्री कल्पेश्वर धाम कल्प क्षेत्र मैं स्थित है जहां भगवान शंकर ने अपना अखंड स्थान बनाया जहां पार्वती और शिव का मिलन हुआ यह स्थान तीन गंगा  संगम के मध्य हिमालयी मैं 2160 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जहां कल्प  गंगा फ्यूला नारायण गंगा,ललिता नाम गंगा यहां स्थित है पंच केदार केदार केदार शीतकाल के लिए उनके कपाट बंद हो जाते हैं कल्पेश्वर धाम के कपाट वर्ष व खुले रहते हैं।

पंच केदार कल्पेश्वर में  भगवान शंकर के मंदिर को भव्य रुप से 150 किलो  फूलों से सजाया गया है।

    अखंड व्रत धारण करने वालों एवं भक्तों को युवक मंगल दल प्रबंध कार्यकारिणी समिति कल्पनाथ मंदिर युवक मंगल दल ल्यांरी थैणा  व्यवस्था की गयी साथ ही यहां पर कुछ भक्त गणों के द्वारा यात्रियों के लिए भव्य भंडारे का आयोजन किया गया है देवग्राम प्रधान देवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि शिवरात्रि महापर्व से पंच केदार कल्पेश्वर में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है किंतु श्री कल्पेश्वर धाम की मुख्य सड़क खराब होने के कारण यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है भगवान कल्पेश्वर ईश्वर से प्रार्थना है कि सभी यात्रियों के लिए मौसम ठीक रहे और उनके मंगलमय जीवन की कामना हम करते हैं। पंच केदार कल्पेश्वर के बारे में यहां पर रह रे संतोष गिरी महाराज कहते हैं कि कल्पेश्वर महा महाराज सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं पिछले 50 वर्षों से विकल्प ईश्वर धाम एवं हिमालय में रहते हैं जो लोग भगवान शंकर के पास सच्ची श्रद्धा लेकर आते हैं उनकी  भगवान शंकर मनोकामना पूर्ण करते हैं ।


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