पीएचसी पिलखी अस्पताल में जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनो का रवीना की मौत के बाद अनिश्चितकालीन धरना।
25-10-2025 08:42 PM
घनसाली, टिहरी:-
पिलखी अस्पताल में प्रसव के बाद श्रीनगर बेस अस्पताल में हुई रवीना की दर्दनाक मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में लापरवाही के खिलाफ जनाक्रोश अब सड़कों पर दिखाई देने लगा है। शनिवार को घनसाली क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने पिलखी अस्पताल के बाहर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।
इस धरने का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता संदीप आर्य, विक्रम घणाता, अनुज लाल कर रहे हैं, जिनके साथ क्षेत्र के अनेक राजनीतिक व सामाजिक संगठन भी धरने में शामिल हुए। धरना स्थल पर लोगों ने मांग उठाई कि पहाड़ों के अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी, उपकरणों की अनुपलब्धता और प्रसव सेवाओं की लचर व्यवस्था पर सरकार तत्काल ठोस कदम उठाए।
धरना स्थल पर पहुंचे टिहरी के सीएमओ डॉ. श्याम विजय ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि विभाग स्तर पर जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि “अगर रवीना अपनी पूरी चिकित्सकीय जानकारी डॉक्टरों को पहले दे देती, तो शायद आज वह हमारे बीच होती।”
धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने इस बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि डॉक्टरों का दायित्व मरीज की स्थिति को समझना और समय पर उपचार देना होता है, न कि जिम्मेदारी मरीज पर डाल देना।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में सुधार के ठोस कदम नहीं उठाए जाते, तब तक यह धरना जारी रहेगा।
धरना स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण, महिलाएं और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। इलाके में सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल भी तैनात किया गया है। प्रदर्शनकारियों में अजय कंसवाल, हरीश रावत, सुनीता रावत, संजय शाह, संदीप आर्य, शांति श्रीवान लोकगायक, पुरषोत्तम, मुकेश आर्य, नित्या नंद कोठियाल, नरेंद्र रावत आदि मौजूद थे।