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घनसाली, टिहरी
आखिर कार 3 साल बाद निर्वाचन आयोग उत्तराखंड नींद से जाग ही गया है। विगत 2019 पंचायत चुनाव के दौरान सिस्टम की खामियां भुगत रहे पंचायतों के गठन के लिए शासन की नींद खुल ही गई है। सोमवार 13 जून से मंगलवार 14 जून तक नामांकन जबकि 15 जून को टिकट वापसी और 27 जून को मतदान के बाद 29 जून को मतगणना।
विकास खंड भिलंगना के निर्वाचन अधिकारी सतीश चंद्र बडोनी ने बताया कि प्रधान के दो पद जबकि क्षेत्र पंचायत सदस्य का एक पद, ग्राम पंचायत वार्ड सदस्य के 90 पद रिक्त चल रहे थे। प्रधान के लिए ग्राम पंचायत मांदरा और चौंरा, क्षेत्र पंचायत के लिए जाख ग्यारह गांव के पद रिक्त चल रहे थे।
वहीं आज विकासखंड मुख्यालय में प्रधान के लिए मान्दरा बासर से सिर्फ एक ही व्यक्ति, ओमप्रकाश नौटियाल द्वारा नामांकन भरा गया, जबकि चौंरा नैलचामी से अभी भी किसी ने नामांकन नहीं किया।
मान्दरा के पूर्व प्रधान मोहन लाल भट्ट ने बताया कि भिलंगना का मांदरा गांव सिस्टम की गलतियों का खामियाजा भुगत रहा है। वर्ष 2011 में हुई जनगणना में कार्यरत कर्मचारीयों ने मान्दरा के साथ केपार्स का कुछ हिस्सा जोड़ दिया था जिससे केपार्स के अनुसूचित जाति के कुछ परिवार और गजवाणगांव के कुछ परिवारों को मान्दरा में जोड़ा गया। जिसकारण पिछले पंचायत चुनाव में भी मान्दरा गांव इसका खामियाजा भुगतना पड़ा जबकि इस बार तीन साल तक चुनाव ना होने से गांव में सभी विकास कार्य ठप पड़े रहे। वहीं चौंरा नैलचामी में प्रधान द्वारा पद त्यागने पर यहां प्रधान का पद रिक्त चल रहा है जबकि अभी भी यहां पर किसी भी व्यक्ति द्वारा नामांकन नहीं किया गया।
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