रंवाई शरदोत्सव: रविवार की शाम रजनीकांत सेमवाल के नाम
02-12-2025 08:31 AM
उत्तरकाशी, वरिष्ठ पत्रकार ओंकार बहुगुणा की वाल से
रविवार की रात रंवाई शरदोत्सव एवं संस्कृति मेले में सुरों का ऐसा जादू बिखरा कि पूरा पांडाल थिरक उठा। प्रसिद्ध गायक रजनीकांत सेमवाल ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया।
रजनीकांत सेमवाल के लोकप्रिय गीत—“हे गंगे मां तेरी दर्शन की आस” और “पुराणों मेरो दर्जी”—ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। पांडाल में युवा हों या वयस्क, सभी रजनीकांत के गीतों पर नाचते नजर आए। जैसे ही उन्होंने “पुराणों मेरो दर्जी” गाया, दर्शक “वंश मोर, वंश मोर” के नारों से गूंज उठा।
नगर पालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल भी खुद को रोक नहीं पाए और रजनीकांत के गीतों पर मंच पर ही थिरकते दिखाई दिए।
उत्तराखंड के संगीत जगत में अपनी मजबूत पहचान बना चुके रजनीकांत, अपने गीतों के माध्यम से विलुप्त होती पहाड़ी संस्कृति को संजोने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं। यमुनोत्री के रावल आशीष उनियाल के अनुसार, रजनीकांत के गीतों में पहाड़ी संस्कृति, सभ्यता और प्राचीन परंपराओं को सर्वोपरि स्थान दिया जाता है—यही कारण है कि उन्हें संगीत जगत में विशेष सम्मान प्राप्त है। उनके वीडियो गीत सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि अपने गांव-घर और पहाड़ों की याद दिलाने वाले जीवंत चित्र हैं।