भिलंगना ब्लॉक में राज्य आंदोलनकारियों का सम्मान, संघर्षों को याद कर हुए भावुक, — बोले आंदोलनकारी, “हमने जिस सपने का उत्तराखंड चाहा था, वैसा नहीं मिला”
08-11-2025 05:45 PM
घनसाली, टिहरी:-
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती पर भिलंगना ब्लॉक सभागार में एक गरिमामय समारोह आयोजित किया गया, जिसमें घनसाली और बालगंगा तहसील के 38 राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख राजीव कंडारी और उपस्थित आंदोलनकारियों द्वारा उत्तराखंड आंदोलन के प्रणेता स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण से हुई।
इस अवसर पर मंच पर उपस्थित आंदोलनकारियों ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए भावुकता व्यक्त की। आंदोलनकारी लोकेंद्र दत्त जोशी ने कहा कि आज जब हम उन दिनों को याद करते हैं, तो खुद को कहीं न कहीं ठगा महसूस करते हैं। उन्होंने कहा, “हमने जिस उत्तराखंड का सपना देखा था, वह आज दिखाई नहीं देता। जिन आदर्शों और उम्मीदों के लिए हमने जेलें भरीं, संघर्ष किया और कई साथियों ने शहादत दी — आज वह राज्य केवल भ्रष्ट नेताओं और अफसरों के लिए बन गया है।”
वहीं, मुख्य अतिथि राजीव कंडारी ने सभी राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित करते हुए कहा कि भिलंगना की धरती गर्व का विषय है, जहां से पृथक राज्य आंदोलन की अल्ख जगी। उन्होंने कहा कि यह जनपद और ब्लॉक सौभाग्यशाली है, जहां से स्व. इंद्रमणि बडोनी जैसे महानायक ने जन्म लिया और जहां के सैकड़ों युवाओं ने उत्तराखंड राज्य की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाई।
उन्होंने रजत जयंती वर्ष को आत्ममंथन का अवसर बताते हुए कहा कि अब हमें यह सोचने की जरूरत है कि राज्य के विकास और युवाओं के भविष्य को लेकर क्या दिशा तय करनी है, ताकि आने वाली पीढ़ी उस उत्तराखंड को देख सके जिसका सपना राज्य आंदोलनकारियों ने देखा था।
कार्यक्रम के दौरान सभी 38 आंदोलनकारियों व उनके परिजनों को सम्मान पत्र और अंगवस्त्र प्रदान किए गए। इस दौरान राइका घुमेटीधार के छात्र छात्राओं द्वारा स्वागत गान, नुक्कड़ नाटक व रंगारंग प्रस्तुतियां दी गई।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख राजीव कंडारी के साथ क्षेपंस अनिल चौहान, राज्य आंदोलनकारी डॉ शिव दयाल जोशी, लोकेंद्र दत्त जोशी, पुरुषोत्तम बिष्ट, गजेंद्र असवाल, सुरेशा नंद बसलियाल, डॉ नरेन्द्र डंगवाल, सुरेश गिरी, अब्बास सिंह रावत, देवी प्रसाद सेमवाल, गोविंद बडोनी, नत्थी लाल रतूड़ी, रायचंद राणा, बसंत लाल, देवी प्रसाद बसलियाल, उत्तम चंद, पी एस भंडारी, सहित तहसीलदार हरीश जोशी, महेशा शाह व जनप्रतिनिधि, अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और छात्र भी उपस्थित रहे।