नगर पंचायत अध्यक्ष आनंद बिष्ट के प्रयासों से 44 अनाथ बच्चों के जीवन में आई रोशनी, अंबेडकर जन विकास समिति ने किया सम्मानित
12-12-2025 10:46 PM
घनसाली, टिहरी।
घनसाली नगर पंचायत अध्यक्ष आनंद बिष्ट द्वारा अनाथ और निराश्रित बच्चों के लिए चलाए जा रहे प्रयास अब रंग लाने लगे हैं। संविधान की भावना—न्याय, समानता, स्वतंत्रता और मानव गरिमा—को धरातल पर उतारते हुए उन्होंने विधानसभा क्षेत्र घनसाली के 44 अनाथ बच्चों के लिए सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उनके इन प्रयासों को देखते हुए अंबेडकर जन विकास समिति ने शुक्रवार को उन्हें भारतीय संविधान की प्रस्तावना और शॉल देकर सम्मानित किया।
जानकारी के अनुसार, नगर पंचायत अध्यक्ष आनंद बिष्ट ने पिछले दो वर्षों में क्षेत्र के अनाथ और निराश्रित बच्चों की वास्तविक स्थिति की विस्तृत जानकारी जुटाई। बच्चों की शिक्षा, आवास, पोषण, स्वास्थ्य और व्यक्तित्व विकास को लेकर बनी समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए उन्होंने 04 सितंबर 2025 को जिलाधिकारी टिहरी को विस्तृत प्रस्ताव भेजा था। इसमें बच्चों के लिए स्थायी व्यवस्था तैयार करने के लिए विभिन्न हाइड्रो और पावर प्रोजेक्ट्स—स्वाति पवार प्रोजेक्ट फलैंडा, भिलंगना पवार प्रोजेक्ट घुत्तू, भिलंग-गुणसोला हाइड्रो प्रोजेक्ट चानी-बासर—की CSR निधि का उपयोग किए जाने का सुझाव भी दिया गया था।
बिष्ट ने बताया कि सरकार की योजनाएँ तभी प्रभावी होंगी जब बच्चों को समय पर सही संरक्षण और सुविधाएँ मिल सकें। प्रारंभिक स्तर पर कई चुनौतियाँ सामने आने के बावजूद उन्होंने अधिकारियों और सामाजिक संगठनों के साथ समन्वय स्थापित कर बच्चों की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार प्रयास किए।
वर्तमान में इन प्रयासों का सकारात्मक परिणाम सामने आया है।
वात्सल्य/चाइल्ड वेलफेयर योजना के अंतर्गत प्रत्येक बच्चे को मासिक ₹4000 की सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री राहत कोष से भी बच्चों के लिए अतिरिक्त आर्थिक सहयोग स्वीकृत किया गया है।
बच्चों के सुरक्षित आवास, शिक्षा-सामग्री, स्वास्थ्य सुविधाओं और व्यक्तित्व विकास कार्यक्रमों को भी लागू किया गया है।
अंबेडकर जन विकास समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि आनंद बिष्ट ने यह सिद्ध किया है कि संविधान की भावना कागज़ों में नहीं, बल्कि व्यवहारिक जीवन में परिवर्तन लाने के लिए होती है। अनाथ बच्चों को सुरक्षा, शिक्षा और सम्मान दिलाने के लिए उनका प्रयास समाज के लिए प्रेरणादायक है।
सम्मान प्राप्त करने के बाद बिष्ट ने कहा कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग की सेवा करना ही असली जनसेवा है। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए उनके प्रयास आगे भी जारी रहेंगे।