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ग्राम प्रधानों ने ब्लॉक मुख्यालय जाखणीधार में जड़ा ताला।
प्रधान संगठन के नेतृत्व में किया जोरदार प्रदर्शन।
एनएमएमएस सिस्टम को वापस लेने की मांग की।
जाखणीधार, नई टिहरी:-
आज ब्लॉक मुख्यालय जाखणीधार में विकासखंड के ग्राम प्रधान पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार एकत्रित हुए, और नारेबाजी करते हुए ब्लॉक कार्यालय पर ताला जड़ दिया। इस बीच ग्राम प्रधानों की ब्लॉक के कर्मचारियों के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई परंतु ग्राम प्रधानों ने किसी की भी एक न सुनी और नारेबाजी करते हुए तालाबंदी कर दी। प्रधान शोभा बड़ोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधान संगठन लंबे समय से सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए अनुरोध करता आ रहा है परंतु शासन प्रशासन द्वारा उन पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे प्रदेश के सभी ग्राम प्रधानों में भारी रोष व्याप्त है। हाल ही में 01 जनवरी 2023 से सरकार ने पूरे देश में नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (एन एमएमएस)के माध्यम से मनरेगा श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज करने का फरमान जारी कर दिया है। जबकि पहाड़ों की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के कारण अधिकांश ग्राम पंचायतों/ तोकों में नेटवर्क नहीं है जिस कारण ऐसी पंचायतों में एन एम एम एस सिस्टम के द्वारा श्रमिकों की उपस्थिति लगवाकर कार्य किया जाना संभव नहीं है फिर भी शासन प्रशासन द्वारा एन एम एम एस सिस्टम को बिना किसी प्रशिक्षण दिए जनप्रतिनिधियों के ऊपर थोप दिया गया है, जिस कारण पिछले एक माह से मनरेगा श्रमिक कार्य की मांग करने के बावजूद भी रोजगार प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं। जिससे ग्राम प्रधानों को जनता के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है। मनरेगा के कुशल श्रमिकों के पारिश्रमिक का भुगतान भी मैटेरियल के साथ किए जाने से ग्राम पंचायतों में कुशल श्रमिक नहीं मिल पा रहे हैं। साथ ही एक बार में 20 कार्यों की बाध्यता ने भी ग्राम प्रधानों की मुसीबतों को और बढ़ा दिया है। ऐसे में यदि किसी ग्राम पंचायत में 20 व्यक्तिगत लाभार्थियों की 20 व्यक्तिगत योजनाएं चल रही हो तो फिर 21वीं योजना के मस्टरोल तब तक नहीं निकल पाएंगे जब तक 20 योजनाएं सिस्टम में कंप्लीट शो न करें। ऐसे में ग्राम प्रधानों को लग रहा है की सरकार ने इस बार के पंचायत प्रनिधियों व पंचायतों को प्रयोगशाला बना दिया है। जिससे गांवों के विकास का पहिया जबरदस्ती कठिन शर्तें लगाकर जाम किया जा रहा है। पंचायतों के अधिकार तेजी के साथ दिन प्रतिदिन कम किए जा रहें हैं। लंबे समय से प्रधान संगठन पंचायतों को 29 विषय हस्तांतरित करने की मांग कर रहा है परंतु सरकार द्वारा इस पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। 15वें वित्त की किस्त भी अभी तक प्राप्त नहीं हुई है जबकि वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है। मनरेगा योजनाओं के एस्टीमेटों को भी जिले से प्रशासनिक स्वीकृति मिलने में बहुत समय लग रहा है। जिससे विकास कार्य समय से प्रारंभ न होने के कारण कार्य पूर्ण होने में अनावश्यक विलंब हो रहा है। ग्राम प्रधानों का कहना है की यदि जल्द ही सरकार इन मांगों को नहीं मानती है तो ग्राम प्रधान जिला मुख्यालय और प्रदेश मुख्यालय में उग्र धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। तत्पश्चात प्रधान संगठन ने खंड विकास अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रधान संगठन का ज्ञापन प्रेषित किया। तालाबंदी करने वालों में प्रधान संगठन जाखणीधार के तमाम लोग मौजूद रहे।
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