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संजय रतूड़ी- उत्तरकाशी
नौगांव के 20 गांवों जैसे मुराड़ी, मस्सू, डामटा, उपराडी, कोटि बनाल, राना गांव, बगासू आदि में बुरांस परियोजना द्वारा विश्व आत्महत्या रोकथाम सप्ताह का आयोजन धूमधाम से किया गया है। इस आयोजन के तहत गांव की महिलाओं ने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से आत्महत्या रोकथाम का संदेश फैलाया गया है, जिससे समुदाय के हर सदस्य को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के प्रति जागरूक किया जा सके।इस विशेष कार्यक्रम में गांव की आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी, ANM, ग्राम प्रधान, और अन्य समुदाय के सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी की। मुराड़ी गांव में एएनएम पूजा परमार ने आत्महत्या के जोखिम को कम करने के प्रभावी तरीकों पर जानकारी साझा की।बुरांस परियोजना के परियोजना अधिकारी, मनोज रावत ने इस पहल पर प्रकाश डालते हुए कहा, "हम नौगांव के गांवों में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गहन काम कर रहे हैं। गांव-गांव जाकर नुक्कड़ नाटकों और व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से हम आत्महत्या रोकथाम और मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता बढ़ा रहे हैं।"इस आयोजन का नेतृत्व बुरांस परियोजना अधिकारी कृष्णा रावत द्वारा किया जा रहा है और यह 5 सितंबर से 12 सितंबर तक चलाया जा रहा है जिसमें गांवों में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। पूनम, सोनम, रूचिता, ममता, रेखा, नीरज, समिता, कंचन और यमनोत्री जैसे सामुदायिक कार्यकर्ता गांव गांव में कई लोग इस कार्यक्रम में हिस्सा लेकर इसे सफल बना रहे हैं।यह पहल मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समुदाय की सोच बदलने और आत्महत्या रोकथाम के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।
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