Uttarakashi: राज्य स्थापना रजत जयंती उत्सव में एसपी की सहभागिता, पुलिस कर्मियों को दी नशा, साइबर अपराध और कानून के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने की हिदायत
03-11-2025 05:27 PM
उत्तरकाशी
साभार:- वरिष्ठ पत्रकार ओंकार बहुगुणा की वाल से
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में आयोजित “राज्य स्थापना रजत जयंती उत्सव” के शुभारंभ समारोह में पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, श्रीमती कमलेश उपाध्याय ने प्रतिभाग कर उपस्थित जनसमूह को शुभकामनाएं दीं। यह आयोजन 3 नवम्बर 2025 को रामलीला मैदान, उत्तरकाशी में आयोजित किया गया, जहां पुलिस विभाग की ओर से भी एक विशेष जनजागरूकता स्टॉल लगाया गया।
कार्यक्रम के दौरान एसपी कमलेश उपाध्याय ने पुलिस कर्मियों को निर्देश दिए कि वे आम जनता के बीच नशा मुक्ति, साइबर अपराध, महिला सुरक्षा, नए आपराधिक कानूनों, और यातायात नियमों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि पुलिस केवल कानून-व्यवस्था की रखवाली ही नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता लाने की भी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाती है।
एसपी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों व जवानों को निर्देशित किया कि वे अधिक से अधिक लोगों को उत्तराखंड पुलिस मोबाइल एप की जानकारी दें और इस एप के माध्यम से उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने जनजागरूकता स्टॉल पर पम्पलेट वितरण कर उपस्थित नागरिकों को साइबर सुरक्षा और नशा उन्मूलन के प्रति सजग रहने की अपील की।
रजत जयंती समारोह के अवसर पर 3 नवम्बर से 9 नवम्बर 2025 तक रामलीला मैदान उत्तरकाशी में पुलिस विभाग की ओर से जनजागरूकता स्टॉल लगाया गया है। इस स्टॉल में प्रत्येक दिन अलग-अलग विषयों पर जानकारी दी जाएगी — जिनमें साइबर अपराध, महिला अपराध, बाल अपराध, नए आपराधिक कानून, नशा मुक्ति, यातायात प्रबंधन, तथा राहत एवं बचाव कार्य शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, 5 नवम्बर 2025 को उत्तरकाशी पुलिस द्वारा साइबर अपराध, महिला एवं बाल सुरक्षा तथा नशा उन्मूलन विषयों पर नुक्कड़ नाटक और प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किए जाएंगे, जिससे आमजन को इन गंभीर मुद्दों के प्रति संवेदनशील और सतर्क बनाया जा सके।
एसपी उत्तरकाशी श्रीमती कमलेश उपाध्याय ने कहा कि यह अवसर राज्य के 25 गौरवशाली वर्षों का उत्सव ही नहीं, बल्कि समाज को सुरक्षित, जागरूक और नशा मुक्त बनाने के संकल्प को दोहराने का भी है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे पुलिस के जनजागरूकता कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी कर एक जिम्मेदार समाज के निर्माण में सहयोग दें।