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घनसाली, टिहरी:-
टिहरी जनपद के सबसे बड़े विकास खंड भिलंगना में दिव्यांग शिक्षक की तैनाती को लेकर ग्रामीणों और अभिभावकों ने कई सवाल खड़े कर दिए। मामला टिहरी जनपद के विकास खंड भिलंगना स्थित राजकीय इंटर कालेज कुमशिला का है, जहां पर हाल में तैनात हिंदी विषय के नवनियुक्त शिक्षको को लेकर स्थानीय प्रतिनिधियों ने शिक्षक की शारीरिक क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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प्रतिनिधियों और अभिभावकों का कहना है शिक्षा विभाग द्वारा हाल में राजकीय इंटर कॉलेज कुमशिला भिलंग में हिन्दी विषय से एक दिव्यांग शिक्षक की तैनाती कर दी गई है, जबकि इससे पूर्व अतिथि शिक्षक के रूप में यहां पर एक शिक्षक की तैनाती की गई थी जो विद्यालय में पठन पाठन की प्रक्रिया में निपुण था। वहीं ग्रामीणों का कहना कि विभाग द्वारा इतने दुर्गम क्षेत्र में किसी दिव्यांग शिक्षक की तैनाती करना भी सवालों के घेरे में है। वहीं विद्यालय छात्रों द्वारा इस संबंध में जब पूछा गया तो अधिकांश छात्र छात्राओं का कहना है कि अभी नव न्युक्त शिक्षक को विद्यालय में सिर्फ 2 दिन ही हुए हैं जबकि ठीक तरह से विद्यार्थियों से परिचय भी नहीं हो पाया है। छात्र छात्राओं का कहना कि नव नियुक्त शिक्षक दिव्यांग जरूर है लेकिन उनके कार्य करने से ऐसा कहीं पर भी नहीं लगता कि शिक्षक दिव्यांग हो।
विद्यालय का औचक निरीक्षण करने पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी सुमेर सिंह कैंतुरा ने कहा कि स्थानीय प्रतिनिधियों द्वारा विगत 7 सितंबर को खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय और उपजिलाधिकारी घनसाली को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसके उपरोक्त मुझे यहां पर आना पड़ा है। बीईओ भिलंगना ने कहा कि जो शिक्षक यहां पर तैनात हुआ है वहा संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करके यहां पर आया है और तमाम जांचों से होकर गुजरा है, जबकि मेडिकल सार्टिफिकेट में भी फिट है । फिर भी मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की जाएगी और सीओ नरेंद्रनगर को इस संबंध में अवगत कराया जाएगा जिसके बाद ही मामले का हल निकाला जा सकता है। जिसके बाद ही आगे का कदम उठाया जा सकता है।
पूर्व प्रधान का कहना है कि हमें नव नियुक्त शिक्षक की तैनाती पर हमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन विभाग द्वारा ऐसे व्यक्ति को दुर्गम क्षेत्र में भेजा ही क्यों गया जो व्यक्ति आंख से बिल्कुल भी नहीं देख सकता है, वहीं उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि उक्त शिक्षक पठन पाठन में निपुण हो सकता है लेकिन आगे आने वाली मासिक परीक्षाओं में किस तरह से छात्रों की कॉपी को जांच करेंगे और अन्य महत्वपूर्ण तैयारियां किस तरह से छात्रों से कराई जाएगी ये विभाग ही जानें।
समाजसेवी धन सिंह रावत ने कहा कि हमें उक्त अध्यापक से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन उक्त अध्यापक अगर छात्रों के पठन पाठन में शारीरिक रूप से सक्षम नहीं है तो विभाग को तत्परता से कार्रवाई करनी चाहिए और विद्यालय में हिन्दी विषय के शिक्षक की तत्काल तैनाती किया जाना चाहिए।
अभिभावक संघ के अध्यक्ष गिरीश चंद्र रावत ने बताया कि हिन्दी के वर्तमान शिक्षक जो कि दिव्यांग होने के कारण छात्रों से सही संवाद नहीं कर पा रहे हैं, जबकि भविष्य में अन्य मासिक और प्रतियोगिता परीक्षाओं में भी छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा सकता है जिसका सीधा सीधा असर विद्यालय के तमाम छात्रों पर पड़ेगा।
इस मौके पर गिरीश चंद रावत, धन सिंह रावत, कुंवर सिंह भंडारी, दीपक पैन्यूली, धनी शाह, सुरेश शाह, नित्यानंद कोठियाल, कु. लक्ष्मी, उदय लाल, विनोद रावत, कृष्णा नंद उनियाल आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट-नवीन नेगी ऋषिकेश -तीर्थ नगरी ऋषिकेश व ग्रामीण क्षेत्रों में गुरूवार दोपहर बाद मौसम ने करवट बदला । सड़कें नदियों में तब्दील हो गई। हर तरफ सड़कों पर कई-कई फ़ीट पानी भरा मिला,तेज हवाओं के साथ भारी बारिश से लो...