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रक्षाबंधन कब है, कब बांधे राखी का पवित्र धागा ? शुभ मुहूर्त पर क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य ?

10-08-2022 10:19 PM

ऋषिकेश:- 

    आचार्य नवीन भट्ट: इस बार रक्षाबंधन पर्व को लेकर 11 और 12 अगस्त के बीच संशय बना हुआ है। लेकिन ज्योतिषीय गणना के अनुसार 11 अगस्त को सुबह 10.38 बजे पूर्णिमा तिथि शुरू होगी और पूरे दिन पूर्णिमा व्याप्त रहेगी। जबकि 12 तारिख को पूर्णिमा तिथि उदय तिथि तो होगी लेकिन सुबह 7.05 बजे समाप्त हो जाएगी और दिन में पूर्णिमा नहीं रहेगी। इसलिए 12 अगस्त को पूर्णिमा तिथि की अनुपस्थिति में रक्षाबंधन शाश्त्रोक्त और तर्क संगत नहीं होगा। इसलिए 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाएगा और सुबह 10.38 पर पूर्णिमा तिथि लगने के बाद राखी बांधने का समय आरंभ होगा।

रक्षाबंधन पर भद्रा:

    इस बार 11 अगस्त रक्षाबंधन के दिन हालाकि भद्रा उपस्थित तो रहेगी लेकिन इस बार चन्द्रमा के मकर राशि में होने के कारण भद्रा अधोमुख होगी और भद्रा का निवास पाताल में रहेगा। पृथ्वीलोक प्रभावित नहीं होगा। इसलिए इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा की उपस्थित से कोई बाधा नहीं होगी। रक्षाबंधन पर राखी बांधने के लिए यह हैं विशेष शुभ चौघड़िया मुहूर्त सुबह 10.45 बजे से 12.24 बजे तक चर

दोपहर 12.24 बजे से 14.04 तक लाभ

दोपहर 2.04 बजे से 15.43 बजे तक अमृत

शाम 5.22 बजे से 7.02 बजे तक शुभ

    ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सभी मुहूर्त राखी बांधने के लिए शुभ हैं। अपनी सुविधा के अनुसार इनका उपयोग कर सकते हैं। राखी बांधने के पीछे बहन की विशेष कामना भाई की जीवन रक्षा के लिए ही होती है। इसलिए अमृत चौघड़िया मुहूर्त को राखी बांधने के लिए सबसे श्रेष्ठ समय माना गया है, बहने अमृत मुहूर्त में भाई को राखी बांधें तो इससे भाई को दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ की प्राप्ति होती है।

अमृत मुहूर्त:

    रक्षा बंधन पर अमृत मुहूर्त दोपहर 2 बजे से 3.43 बजे तक और शाम 7:02 बजे से रात 8. 22 तक रहेगा। राखी बांधते समय भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की और मुख करके बैठना चाहिए। सर्वप्रथम बहन को अपनी अनामिका उंगली से भाई के मस्तक पर रोली का तिलक लगाकर तिलक पर अक्षत अर्थात साबुत चावल लगाने चाहिए। अक्षत अखंड शुभता को प्रदर्शित करते हैं। इसके बाद भाई की कलाई पर राखी बांधते हुए उसके मंगल की कामना करनी चाहिए और भाई को आपकी बहन की रक्षा का प्रण लेते हुए उसे उपहार भेंट देना चाहिए। 

विशेष:

    हिंदू पंचांग के अनुसार पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त 2022 को सुबह 10 बजकर 38 मिनट पर शुरू हो रही है और 12 अगस्त 2022 को सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में रक्षा बंधन का त्योहार 11 अगस्त को मनाया जाएगा. बहनें 11 अगस्त 2022 को सुबह 8 बजकर 51 मिनट से लेकर रात 9 बजकर 19 मिनट के बीच राखी बांध सकती हैं.।

ध्यान देने की बातें:

    स्थान भेद के कारण कुछ पंचांग भेद कर कारण कुछ थोडा बहुत समय का भेद है ।इसलिए उस पर ध्यान न दिया जाय ।

    आचार्य नवीन भट्ट, श्री क्षेत्रपाल पूजन सामग्री केंद्र गुमानीवाल ऋषिकेश उत्तराखंड 9870697759


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