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घनसाली- भिलंगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में मंगशीर बग्वाल को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है।मुख्य दीपावली के ठीक एक माह बाद 30 नवंबर को टिहरी जिले के थाती कठूड़ के लोग मंगशीर की दीपवाली (बग्वाल) मनाएंगे। दीपाव...
ऋषिकेश
नवीन नेगी- छिददरवाला के श्री सिद्धपीठ सेमनागराजा मंदिर के प्रांगण में चल रही विशाल सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के पाँचवें दिन कथावाचक ने श्रीकृष्ण भगवान की बाल लीलाओं व रासलीलाओं का वर्णन किया जिसमें श्रोता भावविभोर हुए।सिद्धपीठ श्री भगवान सेमनागराजा मंदिर हर वर्ष कथा का आयोजन किया जाता है। कथा में भक्तों ने भगवान सेमनागराजा डोली के आशीर्वाद भी प्राप्त किए।
श्रीमद्भागवत कथा में सभी भक्तों को राष्ट्रीय कथा वक्ता आचार्य शिव स्वरूप नौटियाल द्वारा पंचम दिवस की कथा श्रवण कराई गई, जिसमे श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया,उन्होंने कहा धनवान व्यक्ति वही है जो अपने तन, मन, धन से सेवा भक्ति करे वही आज के समय में धनवान व्यक्ति है। परमात्मा की प्राप्ति सच्चे प्रेम के द्वारा ही संभव हो सकती है। पूतना चरित्र का वर्णन करते हुए महाराज ने बताया कि पूतना राक्षसी ने बालकृष्ण को उठा लिया और स्तनपान कराने लगी। श्रीकृष्ण ने स्तनपान करते-करते ही पुतना का वध कर उसका कल्याण किया। माता यशोदा जब भगवान श्री कृष्ण को पूतना के वक्षस्थल से उठाकर लाती है उसके बाद पंचगव्य गाय के गोब, गोमूत्र से भगवान को स्नान कराती है। भगवान स्वयं अपने भक्तों की चरणरज मुख के द्वारा हृदय में धारण करते हैं।पृथ्वी ने गाय का रूप धारण करके श्रीकृष्ण को पुकारा तब श्रीकृष्ण पृथ्वी पर आये हैं। इसलिए वह मिट्टी में नहाते, खेलते और खाते हैं ताकि पृथ्वी का उद्धार कर सकें।
कथा वाचक ने कहा कि सदा सुख केवल भगवान के चरणों में है। भगवान के सम्मुख और उनके शरणागत होने को ही भागवत कथा है,भागवत कथा से कल्याणकारी और कोई भी साधन नहीं है इसलिए व्यस्त जीवन से समय निकालकर कथा को आवश्यक महत्व देना चाहिए।संकट के समय परमात्मा ही एक सहारा होता है भगवान का गुनावान करते रहने चाहिए परमात्मा सभी की परीक्षा लेते हैं व फल अवश्य देते हैं।
इस अवसर पर आचार्य टीकाराम जोशी,शिवालिक भागीरथी पब्लिक स्कूल के प्रबंधक लक्ष्मण चौहान,नालंदा शिक्षण संस्थान के प्रबंधक महावीर प्रसाद उपाध्याय सुरकडा डोली के परम पूज्य अजय बिजलवाण, समाजिक कार्यकर्ता मुकेश धनाई, नवीन नेगी,आचार्य अमित कोठारी, आचार्य शिव प्रसाद सेमवाल, आचार्य सौरभ सेमवाल, आदि मौजूद रहे।
घनसाली- भिलंगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में मंगशीर बग्वाल को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है।मुख्य दीपावली के ठीक एक माह बाद 30 नवंबर को टिहरी जिले के थाती कठूड़ के लोग मंगशीर की दीपवाली (बग्वाल) मनाएंगे। दीपाव...