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घनसाली- भिलंगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में मंगशीर बग्वाल को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है।मुख्य दीपावली के ठीक एक माह बाद 30 नवंबर को टिहरी जिले के थाती कठूड़ के लोग मंगशीर की दीपवाली (बग्वाल) मनाएंगे। दीपाव...
ऋषिकेश
नवीन नेगी - छिददरवाला स्थित श्री सिद्धपीठ सेमनागराजा मंदिर प में आयोजित सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ विधिविधान एवं शांति पूर्वक सम्पन्न हो गयी। कथा के समापन के हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहले हवन यज्ञ में आहुति डाली और फिर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया। राष्ट्रीय कथा वक्ता वैष्णवाचार्य पं० शिव स्वरूप नौटियाल ने कहा कि प्रभु नाम संकीर्तन कथाएं कभी सम्पूर्ण नहीं होती बस स्थान परिवर्तन होता है,इसलिए कथा विश्राम लेती हैं। कथा विश्राम के अवसर पर ग्रामीणों ने कथा व्यास सहित कथा में सम्मिलि आचार्यों का अंग वस्त्र भेंटकर सम्मान किया।कथा विश्राम के बाद भव्य भण्डारे का आयोजन भी किया गया। कथा में सम्मिलित मुख्य यजमानों को भगवान श्री कृष्णा की मूर्ति सप्रेम भेंट की गई । आचार्य शिव स्वरूप नौटियाल ने श्रोताओं को भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा।हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है।कथा के समापन पर ग्रामीणों ने राष्ट्रीय कथा वक्ता वैष्णवाचार्य पं० शिव स्वरूप नौटियाल को सम्मानित कर राज्य के वाद्य यंत्र ढोल दमाऊ के साथ विदाई दी।
इस अवसर पर सेमनागराजा के परम उपासक आचार्य टीकाराम जोशी,आचार्य अमित कोठारी,आचार्य शिव प्रसाद सेमवाल, आचार्य सौरभ सेमवाल,आदि॥
घनसाली- भिलंगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में मंगशीर बग्वाल को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है।मुख्य दीपावली के ठीक एक माह बाद 30 नवंबर को टिहरी जिले के थाती कठूड़ के लोग मंगशीर की दीपवाली (बग्वाल) मनाएंगे। दीपाव...