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घनसाली- भिलंगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में मंगशीर बग्वाल को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है।मुख्य दीपावली के ठीक एक माह बाद 30 नवंबर को टिहरी जिले के थाती कठूड़ के लोग मंगशीर की दीपवाली (बग्वाल) मनाएंगे। दीपाव...
लेखक की कलम से:
नौजवान दोस्तों ! आप स्वरोजगार शुरू करने के लिए लोन लेने बैंक गएऔर बैंकों ने अनुभवहीनता को आधार बना कर महीनों चक्कर कटाने के बाद आपका आवेदन निरस्त कर दिया । वास्तव में बड़ा संवेदनहीन एवं दुःखद व्यवहार बैंकों की ओर से किया जा रहा है , जब जिले की स्वरोजगार समिति ने जिसमे लीडबैंक का अधिकारी भी शामिल होता है ने सब कुछ विचार करके आवेदन पास कर दिया तो स्वीकृति के आधार पर उन्हें सहयोग करना चाहिए । किन्तु खेद है ? सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतरने से रोकने वाले व्यवहार से पलायन या रिवर्स पलायन की योजनाएं कैसे सफल होंगीं ? सरकार दोषियों के खिलाफ न्यायोचित कार्यवाही सुनिश्चित करे तथाअब तक किये गए ऋण - वितरण में प्रशिक्षण /अनुभव आदि के मानकों का तो पालन अवश्य किया गया होगा स्यात् ? यद्यपि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में लोन आवंटन से पूर्व प्रशिक्षण का भी प्राविधान है । हां यदि कोई अपात्र लगता है तो उसके आवेदन को जिले में ही रोका जाना उचित है।
नोजवान दोस्तों , संघर्ष ही पर्वतीय जीवन का दूसरा नाम है , हमने कभी आपदाओं से , कभी असुविधाओं से , कभी अव्यवस्थाओं से और कभी देश के दुश्मनों से बाल्यकाल से ही संघर्ष करना सीखा है और आज भी कर रहे हैं। मैदान छोड़ कर भागना पराजय है , स्वरोजगार के ऐसे अनेक आयाम है जिनमे ऋण लेने की आवश्यकता नही होती । उत्तराखण्डी तो इस असहयोग पूर्ण व्यवहार से खिन्न हो कर कोरोना के बाद पुनः पलायन कर रहा है किंतु बाहरी लोग कैसे बिना बैंक लोन के भी यहां सफल स्वरोजगार कर पा रहे हैं ? उनसे भी कुछ सीखने की आवश्यकता है । प्रयास जारी रखें।
राम प्रकाश पैन्यूली, सदस्य , पलायन आयोग उत्तराखंड
घनसाली- भिलंगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में मंगशीर बग्वाल को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है।मुख्य दीपावली के ठीक एक माह बाद 30 नवंबर को टिहरी जिले के थाती कठूड़ के लोग मंगशीर की दीपवाली (बग्वाल) मनाएंगे। दीपाव...