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राज्यमंत्री का कुमाऊं दौरा : हथकरघा केंद्रों का निरीक्षण, जनजातीय बुनकरों से संवादकाशीपुर/रुद्रपुर/खटीमा।उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद के उपाध्यक्ष एवं राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त श्री वीरेंद...

घनसाली :- प्रख्यात जनकवि, समाजसेवी, सर्वोदय नेता, राज्य आंदोलनकारी स्व० घनश्याम रतूड़ी "सैलानी" की 91वीं जयन्ती के अवसर पर "इन्द्रमणि बडोनी कला एवं साहित्य मंच घनसाली" के तत्वावधान में भव्य व दिव्य ढंग से नगर पंचायत घनसाली के कॉन्फ्रेंस हॉल में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई गयी।
रविवार को नगर पंचायत घनसाली स्थित सभागार के में घनश्याम सैलानी की 91वीं जयंती के अवसर पर इंद्रमणि बडोनी कला एवं साहित्य मंच घनसाली के द्वारा-06 (छः) व्यक्तियों को आनंद सिंह विष्ट नगर पंचायत अध्यक्ष घनसाली, आनंद व्यास पूर्व जिलापंचायत सदस्य, चंदन सिंह पोखरियाल, अध्यक्ष बालगंगा सेवानिवृत्त समिति , कुँवर सिंह रावत सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य, हरिभजन पंवार लोकगायक, जयशंकर नगवाण लोकजीवन विकास भारती बूढ़ाकेदार को माल्यार्पण, सॉल एवं मोमेंटो भेंटकर सम्मानित किया गया, तथा नगर पंचायत घनसाली के संपूर्ण सदन के सभी सभासदगणों को भी माल्यार्पण, सॉल एवं गांधी टोपी भेंटकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी बुद्धिजीवियों द्वारा प्रख्यात जनकवि, स्वतंत्रता संग्राम आंदोलनकारी, सर्वोदय नेता, चिपको आंदोलनकारी, पर्यावरण प्रेमी स्वo घनश्याम सैलानी को उनकी जयंती पर भावपूर्ण स्मरण किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगर पंचायत घनसाली के सम्मानित अध्यक्ष आनंद सिंह विष्ट रहे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता राज्य आंदोलनकारी लोकेन्द्र दत्त जोशी के द्वारा की गयी, कार्यक्रम का संचालन विनोद लाल शाह द्वारा किया गया।
वरिष्ठ अधिवक्ता व राज्य आंदोलनकारी लोकेंद्र दत्त जोशी ने कहा कि ऐसे कवि और गीतकार कम ही होते हैं जो किसी क्षेत्र की समस्याओं और भावनाओं से इतना नजदीकी संबंध बना लें कि उनकी कविताओं व गीतों से या तो लोगों की आँखों नम हो जांय या वे इस दुःख - दर्द को दूर करने के लिए आंदोलित हो उठें। फिर ऐसे कवि या गीतकार का मिलना तो और भी दुर्लभ है जो अपने इन गीतों को गाने के लिए ठीक वहीं पंहुच जांय जहाँ दुःख - दर्द हो और जहाँ उसे दूर करने के लिए जन-आंदोलन चल रहा हो। ऐसे ही लोककवि एवं गायक थे घनश्याम सैलानी , जिन्होंने न केवल अपने गीतों में उत्तराखण्ड की मिट्टी के दुःख - दर्द को समेटा है अपितु वे इस दुःख - दर्द को आवाज़ देने के लिए वहीं पंहुच जाते हैं जहाँ जनांदोलन चल रहा हो।
जिस कवि ने इतनी निरंतरता के साथ जनांदोलनों का साथ दिया वे बिरले ही होते हैं । चाहे जंगल बचाने के लिए चिपको आंदोलन हो , टिहरी बांध बिरोध का आंदोलन हो ,बलिप्रथा का बिरोध हो या शराब के ठेकों के बिरुद्ध मोर्चा लेना हो , सैलानी जी उत्तराखण्ड के समाज और पर्यावरण बचाने के संघर्ष में सबसे आगे रहे हैं । सैलानी जी समाज , धरती और जंगलों के बीच रहते हुए उनकी धड़कनों को अपने गीतों से आवाज़ देते रहे और अपने गीतों को जनता के संघर्षों का हथियार बनाते रहे।
इस महान कवि एवं गायक का जन्म 18 मई 1934 को ग्राम चलिगाड पट्टी केमर जिला टिहरी गढवाल में हुआ था । संस्कृत एवं ज्योतिष पढ़ने के बाद पुरोहिताई का व्यवसाय छोड़कर उन्होंने सामाजिक चेतना जगाने का संकल्प लिया। समाजसेवा के लिए उन्होंने उत्तरकाशी को अपनी कर्मभूमि बनाया। 5 जून 1988 को बैंकाक थाईलैण्ड में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरणीय गीत महोत्सब मे सैलानी जी ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। उनका निधन वर्ष 1999 में हुआ।
गढ़वाली के इस महान लोककवि, गीतकार, समाजसेवी एवं सोशल एक्टीबिस्ट सैलानी जी को शत- शत नमन।
कार्यक्रम में लोकगायक हरिभजन पंवार जी, सर्वोदय नेता सहाब सिंह सजवाण, कुँवर सिंह सजवाण, कुँवर सिंह रावत के द्वारा "सैलानी" की कविताएं प्रस्तुत की गयी तथा कुमारी चेतना नगवाण ने सर्वोदय गीत की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में मंच के उपाध्यक्ष महेश्वर प्रसाद सेमवाल, उपाध्यक्ष कुलदीप प्रसाद फोदंणी, कोषाध्यक्ष मनोज रामोला, संस्कृतिक मंत्री प्रकाश विज्लवाण, केसर सिंह रावत, (अध्यक्ष उत्तराखंड जन विकास परिषद), आर.वी.सिंह (महामंत्री उत्तराखंड जन विकास परिषद), पूर्णानंद कुकरेती ( सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य), लोकेंद्र सिंह रावत (अध्यक्ष, राजकीय माध्यमिक शिक्षक संघ भिलंगना), दिनेश भजनियाल जी (अध्यक्ष प्रधान संगठन भिलंगना), प्रशांत जोशी (प्रबंधक, बालगंगा महाविद्यालय सेंदूल,केमर), शैलेन्द्र गैरोला (कोषाध्यक्ष, राजकीय माध्यमिक शिक्षक संघ भिलंगना), रामकुमार कठैत (जिला मंत्री, भाजपा), लक्ष्मी प्रसाद सेमवाल जी (संस्थापक, हिन्दुस्थान मेडिकल स्टोर), विजय कुमांई जी, अशोक नौटीयाल (dcb), राजेन्द्र पंवार आदि तमाम लोग उपस्थित रहे।
राज्यमंत्री का कुमाऊं दौरा : हथकरघा केंद्रों का निरीक्षण, जनजातीय बुनकरों से संवादकाशीपुर/रुद्रपुर/खटीमा।उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद के उपाध्यक्ष एवं राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त श्री वीरेंद...