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आज के दिन उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर डोबरा चांठी पुल का हुआ उद्घाटन

01-06-2022 03:35 AM

टिहरी गढ़वाल:

    आज के दिन उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर डोबरा चांठी पुल का हुआ उद्घाटन, हिल व्यू कंपनी की घटिया निर्माण के कारण पुल के दोनों तरफ की सड़क टूटने लगी।

    आज के दिन उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर डोबरा चांठी पुल का हुआ उद्धाटन, हिल व्यू कंपनी की घटिया निर्माण के कारण पुल के दोनों तरफ की सड़क टूटने लगी। राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर एक वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने टिहरी झील के ऊपर बने देश के सबसे लंबा डोबरा-चांठी मोटरेबल झूला पुल (सस्पेंशन ब्रिज) का उद्घाटन कर जनता को समर्पित किया, जिससे प्रतापनगर की करीब ढाई लाख से अधिक की आबादी को 14 सालों का इंतजार खत्म हुआ था।

डोबरा चांठी पुल उद्घाटन के 10 दिन बाद से ही उखड़ने लगा सड़क का डामरीकरण

    डोबरा चांठी पुल के दोनों तरफ बनाई गई सड़क एक साल भी नही झेल पाई , हिल व्यू कंपनी के द्वारा पुल के दोनों तरफ घटिया तरीके से बनाई गई सड़क जगह जगह धंसने के साथ साथ सड़क का डामरीकरण उखड़ने लगा है ओर सड़क पर बनाये गए नारदाने (स्कबर) भी टूट गए,जिसके ऊपर से आज भी हर दिन सेकड़ो छोटे बड़े वाहन जान जोखिम में डालकर चल रहे है,इन स्कबर के ऊपर गुजरते समय कभी भी वाहन दुर्घटना होने के साथ बड़ा हादसा हो सकता है।

हिल व्यू कंपनी के खिलाफ नही हुई कार्यवाही

    आश्चर्य की बात है कि टिहरी झील के ऊपर बने डोबरा चांठी पुल के दोनों तरफ घटिया तरीके से बनाई गई सड़क का निर्माण करने वाली हिल व्यू कंपनी के खिलाफ एक साल से कोई कड़ी कार्यवाही नही की गई, जबकि स्थानिया जनप्रतिनिधियों पुल के दोनों तरफ सड़क को ठीक करने की मांग उठाई गई,लेकिन एक साल से सड़क ठीक नही की गई अब स्थानिया जनप्रतिनिधियों ने घटिया काम करने वाली हिल व्यू कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है,ओर कह कि आज तक शासन प्रशासन ने इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नही की,अगर जल्दी ही सड़क ठीक नही की जाएगी तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

खस्ताहाल सड़क से अब तक हुए है कई छोटे बड़े वाहन दुर्घटना ग्रस्त

    डोबरा चांठी पुल के उद्घाटन के बाद तुरन्त सड़क का घटिया डामरीकरण,व सड़क के धसने के कारण जगह जगह गड्ढे पड़ गए जिससे एक दर्जन से अधिक छोटे बड़े  वाहन दुर्घटना ग्रस्त हुए है।

डोबरा-चांठी पुल के निर्माण में हुए तीन अरब रुपये ख़र्च

    डोबरा-चांठी वासियों की समस्याओं को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने इस पुल को अपनी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर रखा.इस पुल की क्षमता 16 टन भार सहन करने की है और इसकी उम्र करीबन 100 साल तक बताई गई है. इस पुल की चौड़ाई 7 मीटर है. जिसमें मोटर मार्ग की चौड़ाई 5.5 मीटर और फुटपाथ की चौड़ाई 0.75 मीटर है. इसके निर्माण में करीब 3 अरब रुपये खर्च हुए हैं।

एक साल पूर्व राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर डोबरा चांठी पुल 14 साल का वनवास हुआ पूरा था

    साल 2006 में डोबरा-चांठी पुल का निर्माण शुरू हुआ, लेकिन काम के दौरान कई उतार-चढ़ाव और समस्याएं सामने आने लगी. गलत डिजाइन, कमजोर प्लानिंग और विषम परिस्थितियों के चलते साल 2010 में इस पुल का काम बंद हो गया था. साल 2010 में पुल के निर्माण में लगभग 1.35 अरब खर्च हो चुके थे । दोबारा साल 2016 में लोक निर्माण विभाग ने 1.35 अरब की लागत से इस पुल का निर्माण कार्य शुरू कराने का निर्णय लिया.ओर पुल के डिजाइन के लिए अंतरराष्ट्रीय टेंडर निकाला गया. साउथ कोरिया की यूसीन कंपनी को यह टेंडर मिला. कंपनी ने पुल का नया डिजाइन तैयार किया और जैकी किम की निगरानी में तेजी से पुल का निर्माण शुरू हुआ. साल 2018 में एक बार फिर काम में व्यवधान पड़ा. जब निर्माणाधीन पुल के तीन सस्पेंडर अचानक टूट गए. तमाम मुश्किलों के बाद 2020 में यह पुल पूरी तरह से बनकर तैयार हुआ.ओर एक साल पहले आज के दिन राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर 8 नवम्बर 2020 उद्घाटन हुआ और पुल जनता को समर्पित किया गया ।

डोबरा-चांठी पुल में आकर्षक है फसाद लाइट

    डोबरा-चांठी पुल पर 5 करोड़ रुपये की लागत से पुल को फसाद लाइट से भी सजाया गया है. क्योंकि, फसाद लाइट कोलकाता के हावड़ा ब्रिज की तर्ज पर लगाई गई हैं. जिसमें रंग-बिरंगी जगमगाती लाइटें लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेगी. साथ ही यह आकर्षक का केंद्र भी बना हुआ है ।

पर्यटक स्थल के रूप में उभरा डोबरा-चांठी पुल

    डोबरा-चांठी पुल एक पर्यटक स्थल भी बनने जा रहा है. यह पुरानी टिहरी की तर्ज पर रोजगार का केंद्र भी होगा. यह जगह कई गांव से जुड़ा है. जो पुरानी टिहरी की कमी दूर करने का काम भी करेगी. ऐसे में माना जा रहा है कि आपसी भाईचारा, संस्कृति भी जिंदा होगी ।

8 नवम्बर 2020 से 8 नंवबर 2021 तक पुल के ऊपर से गुजरने वाले छोटे बड़े वाहन

    पुल के उद्घाटन से लेकर एक वर्ष के अंदर 8 नवम्बर 2020 से लेकर  आज तक लगभग  250,512 छोटे बड़े वाहनो का आवागमन हुआ है जिससे यह अनुमान लगाया गया कि प्रतापनगर के लिए यह पुल बरदान साबित हुआ है, अभी 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2021 एक महीने में कार,जीप,वेन 9427,बस 743,मिनी बस126,मिनी ट्रक 1508,ट्रक 593,मोटरसाइकिल 8479,टोटल 20876 वाहन एक महीने में इस पुल के ऊपर से आवागमन हुआ है।


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